चंडीगढ़, 14 फरवरी- हरियाणा सरकार द्वारा नशे की लत से निपटने और पुनर्वास के लिए बेहतर सहायता प्रदान करने के निरंतर प्रयासों के तहत, सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती जी. अनुपमा की अध्यक्षता में आज एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें नशे की लत, पुनर्वास और नशे की लत से पीड़ित लोगों के कल्याण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई।
कार्यशाला में राज्य में नशे की लत की निगरानी और उससे निपटने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। चर्चा के मुख्य बिंदुओं में रोकथाम की रणनीति, निगरानी प्रणाली और पुनर्वास प्रयास शामिल रहे । एक नई रेटिंग प्रणाली प्रस्तुत की गई, जिसका उद्देश्य राज्य भर में नशा मुक्ति केंद्रों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन और सुधार करना है। सत्र में नशे की लत से जूझ रहे लोगों के लिए कल्याण और पुनर्वास प्रयासों को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें दीर्घकालिक पुनर्प्राप्ति रणनीतियों पर जोर दिया गया।
इस कार्यक्रम में सेवा, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित नशा मुक्ति केन्द्रों, परामर्श-सह-पुनर्वास केन्द्रों और पंजीकृत मनोरोग नर्सिंग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।