अमृतसर 7 सितम्बर, 2025
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका ने शनिवार को डेरा बाबा नानक और अजनाला में कमेटी द्वारा लगाए गए बाढ़ राहत कैंपों का दौरा किया, ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता मिल सके।
दौरे के दौरान कालका ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और मौके पर हालात का जायजा लिया। उन्होंने मीडिया को बताया कि बाढ़ पीड़ितों के बीच दो ट्रक राहत सामग्री बांटी गई है।
इस मदद में सूखा राशन, खाने-पीने का सामान, रोज़मर्रा की वस्तुएं, दवाइयां, तंबू, ट्रैकसूट, मच्छरदानियां और मच्छर भगाने वाली दवाइयां शामिल थीं।
कालका ने यह भी कहा कि किसानों से बातचीत की गई है ताकि बाढ़ से बर्बाद हुई जमीन को फिर से खेती योग्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा, “अब सबसे बड़ी चुनौती जीवन को पटरी पर लाना है, जिसके बाद हम बाढ़ पीड़ितों की अगली जरूरतों का आकलन करेंगे।”
25 अगस्त से करीब 100 स्वयंसेवक
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से अलग-अलग बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। सिख समुदाय के सहयोग से इकट्ठी की गई सामग्री सीधे प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री हाल ही में पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं।
कालका ने भरोसा दिलाया कि
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी
पंजाब के लिए केंद्र सरकार से बड़ा राहत पैकेज दिलाने के लिए पूरी ताकत से आवाज उठाएगी।
उन्होंने कहा, “पिछले तीन हफ्तों से पंजाब का बड़ा हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और लोग पीड़ा झेल रहे हैं, जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, इसलिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने लोगों की मदद करने का प्रयास किया है।” उन्होंने बताया कि राहत कैंपों में डॉक्टरों की टीमें भी पहुंच गई हैं और ज़रूरी दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
कालका ने कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की टीमें लोगों की जरूरतों का आकलन कर रही हैं और उसके अनुसार राहत सामग्री की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन की पर्याप्त सहायता पहुंच चुकी है लेकिन अब सबसे अधिक जरूरत पशुओं के लिए चारा, तंबू, अगली फसल के लिए बीज और घरों के पुनर्निर्माण में मदद की है। उन्होंने यह भी बताया कि कई ट्यूबवेल डूब गए हैं और उन्हें दोबारा खोदने की ज़रूरत है। किसानों की मदद के लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी
विशेष टीमें भेजेगी।
उन्होंने माजहा बेल्ट के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुछ लोगों से, जिन्होंने अन्य धर्म अपना लिया है, वापस सिख धर्म में लौटने की अपील भी की। उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि सिर्फ सिख और सिख संस्थाएं ही पीड़ित किसानों की मदद के लिए आगे आई हैं।”
जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा का कारण राज्य में अवैध खनन को बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं और उम्मीद जताई कि पंजाब को उचित मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा का स्वागत किया और इसे सरहदी इलाकों के लोगों की समस्याओं के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।