शीतलहर और कोहरे की चपेट में आये उत्तर भारत को 31 दिसंबर तक राहत मिलने की संभावना नहीं है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ समेत उत्तर भारत के विभिन्न भागों में शुक्रवार को घना कोहरा छाया रहा। दृश्यता कम होने से रेल व वायु यातायात पर इसका प्रभाव पड़ा। उधर, कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में पारा जमाव बिंदु से नीचे चला गया। इस बीच, हिसार दिन में शिमला से भी ठंडा रहा। हिसार में अधिकतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6 डिग्री नीचे है। उधर, शिमला में अधिकतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में ‘घने से बहुत घना कोहरा’ जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे कम होने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में शनिवार को हल्की बारिश होने का भी अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 7-11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पंजाब के पठानकोट में न्यूनतम तापमान 8.8, फरीदकोट में 8.6, लुधियाना में 9, पटियाला में 9.5, अमृतसर में 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 8.2, करनाल में 9.4, रोहतक में 9.6 और अम्बाला तथा सिरसा में 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा। चंडीगढ़ में पारा 8 डिग्री सेल्सियस तक गिरा।
60 से ज्यादा उड़ानें लेट
दो दिनों तक घने कोहरे के बाद शुक्रवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में दृश्यता में सुधार हुआ। दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर और पालम में 50 मीटर रही। कम दृश्यता के कारण 60 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों के आगमन और प्रस्थान में देरी हुई। ट्रेनें भी प्रभावित हुईं।