चंडीगढ़, 5 जुलाई (प्रेस की ताकत बयूरो)- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने मंगलवार को अनिरुद्ध तिवारी की जगह श्री विजय कुमार जंजूआ को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है।
ज़िक्रयोग्य है कि जंजूआ 1989 बैच के आई. ए. एस. अधिकारी हैं और मौजूदा समय के दौरान विशेष मुख्य सचिव जेल और इसके इलावा विशेष मुख्य सचिव चुनाव का पद संभाल रहे हैं।
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से इलेक्ट्रोनिक्स में बी. टेक करने के उपरांत, श्री जंजूआ ने एक साल एस. सी. एल (सेमी-कंडक्टर कंपलैक्स), मोहाली में काम किया, फिर अंतरिक्ष एजेंसियों के लिए कंप्यूटर चिपस डिज़ाइन करने वाली भारत सरकार की एक ऐंटरप्राईज में भी सेवाएं निभाई। उन्होंने भारत सरकार के साथ एक आई. टी. एस. ( भारतीय दूरसंचार सेवा) इंजीनियर के तौर पर भी ढाई साल काम किया। 1988 में आई. आर. एस ( इनकम टैक्स) के लिए चुने गए और फिर 1989 में ऑल इंडिया 12वें रैंक के साथ आई. ए. एस. में चुने जाने के बाद पंजाब कैडर अलॉट हुआ। सेवा काल के दौरान पंजाब यूनिवर्सिटी से एल. एल. बी. दी डिग्री और इगनू, नयी दिल्ली से स्पैशलाईज़ेशन इन फायनांस के साथ एम. बी. ए. दी डिग्री प्राप्त की। इसके इलावा उन्होंने ड्यूक यूनिवर्सिटी अमरीका से अंतरराष्ट्रीय विकास नीतियों में एम. ए. भी की।
श्री जंजूआ ने पंजाब के अलग-अलग विभागों में काम किया जिसमें ग्रामीण विकास, उद्योग, श्रम, पशु पालन आदि शामिल हैं। भारत सरकार में होते हुये औद्योगिक नीति और प्रोत्साहन विभाग में डायरैक्टर ( उद्योग) के तौर पर तीन साल के लिए सेवा निभाई। फतेहगढ़ साहिब जिले के डिप्टी कमिशनर के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान, श्री जंजूआ ने एन. आई. सी. दी मदद से एक सॉफ्टवेयर ‘प्रिज़म’ तैयार किया और पंजाब में पहली बार जायदादों की कम्प्यूटराईजड रजिस्ट्रेशन शुरू की। उन्होंने पंजाब में आसान ढंग के साथ कारोबार करने की सुविधा को सुधारने साथ-साथ राज्य में निवेश के माहौल को सुधारने के लिए श्रम कानूनों में संशोधन करने में भी अहम भूमिका निभाई। इसी तरह उन्होंने राजस्व विभाग में बतौर वित्त कमिशनर राजस्व के तौर पर कई महत्वपूर्ण पहलकदमियां भी की। उनके नेतृत्व अधीन राज्य विभाग में लगभग 15 दिनों में लगभग 2.2 करोड़ खसरा गिरदावरी ऐंटरियां डिजिटल ढंग के द्वारा की गई।