अंबाला
पूरे प्रदेश में विभिन्न ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सोमवार व मंगलवार को कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के आज लगभग पूरे प्रदेश में बसों का चक्का जाम रहा। लगभग सुबह चार बजे से रोडवेज बस स्टैंडों पर प्रदर्शन हो रहा है। हड़ताल का अंबाला में भी मिलाजुला असर ही देखने को मिला। हालांकि कई जगहों पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किया। रोजवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम रखा और सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली और कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का भुगतान करना अपनी मांगे रखी। हड़ताल के चलते प्रदेश में कोर्ट कचहरी के कामों में असर देखने को मिला। तहसील कार्यालय में आज किसी की भी कोई रजिस्टरी नहीं हो पाई। और अगर हड़ताल कल भी जारी रही तो कल भी तहसील कार्यालय में किसी की रजिस्टरी नहीं हो पाएगी। कहीं बसें चली हैं तो कहीं बसें नहीं चल पाई हैं, हालांकि निजी बसों का संचालन जारी है। आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के पदाधिकारियों के अनुसार सोमवार सुबह से ही बसें बंद कर डिपो में खड़ी कर दी गईं। हालांकि कर्मचारियों के दावे के उलट कई जगहों से अलसुबह बसें निकली हैं। हिसार डिपो से 125 रोडवेज की ओर 26 किलोमीटर स्कीम की बसें विभिन्न रूटों पर संचालित होती हैं। इन रूटों पर एक दिन में लगभग 18 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। इसी प्रकार शहर में सफाई यूनियन के हड़ताल पर जाने से सफाई की व्यवस्था नहीं हो सकेगी। सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों के न होने से कार्य नहीं हो सकेगा। यही हाल शिक्षण संस्थानों में भी नजर आने की उम्मीद है। हालांकि विभिन्न यूनियनों ने अपना समर्थन जरूर दिया है मगर देखने वाली बात होगी कि हड़ताल की वजह से कितना कामकाज प्रभावित रहता है। इसके लिए पिछले एक सप्ताह से यूनियनें अपने-अपने क्षेत्र में प्रचार कर रहीं थी। विभिन्न कर्मचारी ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर की गई दो दिवसीय हड़ताल का सिरसा में व्यापक असर देखने को मिला सिरसा में रोडवेज बस का पहिया जाम रहा।