छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- दिनांक 7 अगस्त 2019 को अन्य सामाजिक लोगों के साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से व्यक्तिगत मुलाकात कर प्रदेश के पुजारियों के लिए वेतन की माँग की थी । जिस पर मुख्यमंत्री ने पत्र क्रमांक 16688 सी एम एस/पी यू बी / 2019 के माध्यम से अधीनस्थ आध्यात्म विभाग को आदेशित किया । आवेदन पत्र में उल्लेख था कि पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में मौलवियों औऱ पुजारियों को लगभग 18000 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जा रहा है । हमारे प्रदेश में भी ऐसी योजना लागू होना चाहिये जिसमें प्रदेश के सभी पुजारियों का भला हो जाये । फिर आचानक सरकार परिवर्तन हुआ फिर कोविड-19 की लहर आई सब अस्त व्यस्त हो गया । स्थिति सामान्य हुई। मेरे द्वारा माननीय मुख्यमंत्री और मंत्रालय से सतत सम्पर्क जारी रहा । आवेदन पत्र में जिला रतलाम के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मांगल्य मंदिर के पुजारियों की लिस्ट भी संलग्न की गई थी । इसलिए आध्यत्म विभाग ने जिला कलेक्टर रतलाम के नाम आदेश पत्र जारी किया । प्रदेश सरकार इस दौरान प्रदेश के मंदिरों में कार्यरत पुजारियों की जानकारी एकत्रित करवा रही थी । कल मुझे प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि हमारे मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के सभी पुजारियों को 5 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा । मुख्यमंत्री के इस आदेश से समस्त प्रदेश के पुजारियों में हर्ष व्याप्त है । इस ऐतिहासिक कार्य हेतु प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान मुख्यमंत्री का बहुत- बहुत आभार है । आज मांगल्य मंदिर रतलाम के पुजारियों और सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू की पहल प्रदेश के पुजारियों के लिए सुखद खबर बन गई। ज्ञापन देते समय आधुनिक चिंतक हरशुल रघुवंशी , शिक्षाविद विशाल चवुत्रे , कुनबी समाज के युवा नेता अंकित ठाकरे , टेलीकॉम सेक्टर के प्रतिष्ठित व्यवसायी नितिन दोईफोड़े , राष्ट्रीय बजरंग दल के नितेश साहू , कलार समाज के सुजीत सूर्यवंशी , पवार समाज के हेमराज पटले , साहू समाज के ओमप्रकाश साहू , आई टी सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े, आदि शामिल थे।