छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- सँस्कृत पुस्तकोन्नति सभा द्वारा संचालित संत श्री आशारामजी गौशाला खजरी में साधकों का सम्मेलन सम्पन्न हुआ। आयोजक श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा कोरोना गाइडलाइंस का पूर्ण रूप से पालन किया गया । जिले सहित बैतुल , बालाघाट , मंडला , सिवनी, आदि जिलों के साधकों की उपस्थित रही । इस अवसर पर पूज्य बापूजी की कृपापात्र शिष्या साध्वी सुशीला बहन का दिव्य सत्संग भी सम्पन्न हुआ । साध्वी बहन ने सत्संग में सभी को सेवा के महत्व से अवगत करवा कर बताया कि पूज्य बापूजी ने हमे अपने आत्म उत्थान के लिए सेवा का मार्ग बताया है । गरीब गुरुवों की जरूरमंदों की सेवा ही भगवान की सेवा है । सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में म.प्र. पशु सवंर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानन्द , जिला कांग्रेस के अध्यक्ष विश्वनाथ ऑक्टे ,प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कन्हईराम रघुवंशी , महामंडलेश्वर नागेंद्र ब्रह्मचारी, नगर निगम के सन्तोष राय ने उपस्थिति दर्ज की। अन्य जिलों से आये साधकों के बीच विचार विमर्श हुआ । समिति द्वारा वर्ष भर जो जो सेवा कार्य चलतें हैं उस पर चर्चा हुई । सनद रहे कि समिति प्रतिवर्ष दीपावली पर्व पर बड़े बड़े भंडारों का आयोजन करती हैं , गर्मी में छाछ वितरण , पर्यावरण संरक्षण हेतु तुलसी पूजन उत्सव , मातृ- पितृ पूजन दिवस , सत्संग आयोजन , बाल संस्कार केंद्र , ऋषि प्रसाद सेवा , नशा मुक्ति आयोजन , पौधा रोपण , गौ माता की सेवा, आदिवासी क्षेत्रों में भण्डारे आदि अनगिनत सेवा कार्य करती हैं । इन सेवाकार्यों को और कैसे वृहद रूप प्रदान करें जिससे लाखों लोग ओर अधिक लाभान्वित हों इस उद्देश्य हेतु यह आयोजन सम्पन्न करवाया। ऐसे सम्मेलन देश के 450 आश्रम औऱ 2200 समितियों के बीच निरन्तर जारी हैं। अन्य जिलों से आये साधकों ने गौशाला का भ्रमण कर जैविक खेती का शानदार नज़ारा देखकर जमकर सराहना की । समिति ने दो दिवसीय शिविर में 6 सत्र आयोजित किये ताकि अधिक भीड़-भाड़ ना बढ़े । विकास खण्ड स्तर की समिति एवं अन्य जिलों की समितियों का अलग-अलग समय निर्धारित किया था । सभी के भोजन की निःशुल्क व्यवस्था थी । कार्यक्रम में लगभग 10 हजार से अधिक साधकों ने भाग लिया इस दैवीय कार्य मे समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , गुरुकुल की संचालिका दर्शना खट्टर , सुशील सिंह परिहार , युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक दोईफोड़े , एवं महिला समिति की बहनों ने अपनी-अपनी सेवाएं दी।