अयोध्या /नई दिल्ली (प्रैस की ताकत न्यूज डेस्क): करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक अयोध्या के श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक सम्पन्न हो गई। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास की तारीख तय कर ली। इसके साथ ही राम मंदिर के नक्शे में बदलाव का भी फैसला किया गया है।
बैठक ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल की अध्यक्षता में करीब ढाई घंटे तक चली। बैठक और अध्यक्ष ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास बिना मीडिया से बात करे ही अयोध्या से मणिराम छावनी के लिए रवाना हो गए। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिषद की बैठक के बाद नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन में आने पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को भूमि पूजन के लिए निवेदन किया है। अंतिम फैसला तो पीएम मोदी को ही करना है। उन्होंने कहा कि देश में अभी बॉर्डर पर तनाव के साथ और कई मामले चल रहें हैं। भूमि पूजन की तारीख हमने तय करके प्रधानमंत्री कार्यालय भेज दी है।
चंपत राय ने कहा कि यहां पर सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है। मंदिर बनाने में पैसे कि कमी नहीं होगी। मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चैपाल ने बताया कि श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए पीएम ऑफिस को भूमि पूजन के लिए तीन तथा पांच अगस्त की तारीख का प्रस्ताव भेजा गया है। अब पीएम मोदी तीन या फिर पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे। इसके साथ बैठक में राम मंदिर के स्वरूप पर भी हुई चर्चा। राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें तीन की बजाय अब पांच गुंबद बनाए जाएंगे।
माना जा रहा है कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की अहम बैठक में भूमि पूजन की तारीख पर मंथन हुआ है। अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला, लेकिन चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 29 जुलाई और 5 अगस्त की तारीखें बताई गई हैं। ट्रस्ट चाहता है कि पीएम मोदी इन दो में से किसी दिन अयोध्या आएं और भूमि पूजन में हिस्सा लें। इसके बाद ही राम मंदिर का काम शुरू होगा। ट्रस्ट की बैठक में 15 ट्रस्टियों में से 12 ट्रस्टी बैठक में मौजूद हैं, जबकि तीन ट्रस्टी ऑनलाइन बैठक में शामिल थे। रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की सदियों पुरानी और करोड़ों रामभक्तों की चिर साध पूर्ण करने का दारोमदार रामनगरी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक पर है।
अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चैपाल ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बनने वाला मंदिर राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर होगा। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर सिंहद्वार के लिए 1989 में शिला पूजन किया गया था। अब मंदिर निर्माण का कार्य गर्भगृह से शुरू होगा, जिसके लिए भूमि पूजन किया जाना जरूरी है।
राम मंदिर निर्माण को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि जी महाराज ने कहा कि ट्रस्ट दो तिथियों पर मंदिर के भूमि पूजन के लिए विचार कर रहा है। 29 जुलाई या 2 अगस्त को राम मंदिर की भूमि पूजन के लिए निश्चित किया जा सकता है।