नई दिल्ली, 29 नवम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने तीनों विवादपूर्ण खेती कानूनों को वापस लेने का बिल लोग सभा में के पास होने बाद में बयान दिया है। टिकैत ने कहा कि बाकी माँगों को ले कर किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और आंदोलन की नयी रूप रेखा 4दिसंबर को तय की जायेगी। उन्हों ने कहा कि फ़िलहाल किसान राजधानी की तरफ ट्रैक्टर मार्च नहीं निकालेंगे।
किसान नेता टिकैत ने कहा कि जिन 700 किसानों की मौत हुई है, उन को इस बिल के वापस होने का सेहरा जाता है। ऐम्म. ऐस्स. पी. भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। हालाँकि कानून वापसी की ख़बर के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए टिकैत खुश दिखाई दे रहे थे परन्तु उन्हों ने कहा कि अजय दूसरे मुद्दे बाकी हैं। उन कहा कि कम से -कम समर्थन मूल्य (ऐम्म. ऐस्स. पी.) पर गारंटी कानून मिलने तक आंदोलन चलता रहेगा।
टिकैत ने कहा कि सरकार यह चाहती है कि हम बिना बातचीत के यहाँ से धरना ख़त्म कर कर चले जाऐं। देश में कोई आंदोलन ओर धरना न हो। सरकार के साथ जो एक बातचीत का रास्ता है, वह बंद हो जाये तो सरकार इस गलतफहमी में न रहे। सरकार के साथ बातचीत किये बिना हम नहीं जायेंगे। सरकार के साथ बातचीत का रास्ता खोल कर ही जायेंगे। उन कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा थी कि इस मसले को किसान जत्थेबंदियाँ और सरकार मिल कर तय करे। किसान नेता ने उम्मीद जताई कि बातचीत की तरफ बढ़ेगी।