संगरूर, (सुभाष भारती): पॉवरकाम के एसडीओ से लेकर चीफ इंजीनियर तक के प्रबंधकों ने अपनी मांगे न माने जाने के रोषपूर्वक अपने सरकारी सिम मोबाइलों में से निकालकर रीजनल सचिवों को सौंप दिए हैं। पॉवरकाम की इंजीनियर एसो. ने यह भी ऐलान किया है कि वह अपने प्राइवेट मोबाइल नंबर भी सरकारी कामों के लिए इस्तेमाल नहीं करेंगे।
एसडीओ, एक्सियन, एससी चीफ इंजीनियर तक के मोबाइल नंबर बंद हो गए हैं, उच्चाधिकारीयों के मोबाइल फोन बंद होने के कारण तपती गर्मी के इस मौसम में आम जनता को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय धान का भी सीजन चल रहा है। किसान खेतों में धान की फसल को संभालने में व्यस्त हुए हैं। धान की फसल को पानी की बहुत जरूरत पड़ती है। किसानों को भी इस कारण भारी मुश्किलें पेश आ रही हैं। यदि किसी जगह बिजली खराब हो जाये और उसका हल न होने के कारण परेशान जनता किसको अपनी कम्पलेट लिखवाये यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा, कैप्टन सरकार इसका तुरन्त हल करे।
पे-कमीशन की सिफारिशें लागू नहीं कर रही सरकार – एक्सियन
बातचीत करते हुए पॉवरकाम संगरूर के एक्सियन सुखवंत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार पे-कमीशन की सिफारिशें लागू नहीं कर रही। जो नये एसडीओ बने हैं उनके साथ भी सरकार की तरफ से धक्का किया जा रहा है तथा नये एसडीओ को 16650 रूपये बेसिक स्केल के हिसाब के साथ वेतन दिया जाता है जबकि उनका पे-स्केल 18030 रूपये बनता है। इसके साथ पे-कमीशन की सिफारिशें भी पंजाब सरकार ने लागू नहीं की, हमारी तरफ से इस मसले पर पहले भी संघर्ष शुरू किया गया था परन्तु मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा दिए आश्वासन कारण उन्होंने इस संघर्ष को मुलतवी कर दिया था और इसके बावजूद भी सरकार ने उनकी समस्याओं का हल नहीं निकाला जिस कारण उन्होंने 10 अगस्त से अपने मोबाइल से सिम निकाल दिए हैं और जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तब तक उनका संघर्ष इसी तरह जारी रहेगा।
बिजली पहली बुनियादी सुविधा है इसे निर्विघन चालू रखने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठाये – प्रमोद मोदी
इंडस्ट्रीलिस्ट प्रमोद मोदी संगरूर ने कहा कि बिजली की सप्लाई आज के युग में पहली बुनियादी सुविधा बन गई है, बिजली के बिना अब कोई भी काम संभव नहीं है तथा सरकार हर मसले पर चुप्प है। उन्होंने कहा कि पहले डी.सी. दफ्तर के कर्मचारियों की हड़ताल कारण लोग परेशानी बर्दाश्त करते रहे और अब पटवारियों की हड़ताल चल रही है और अब बिजली विभाग के एसडीओ और एक्सियन ने भी अपने मोबाइल बंद कर लिये हैं जिस कारण उनके साथ सम्पर्क नहीं हो रहा तथा जरूरी सेवा होने के कारण सरकार को इस मसले का हल जल्द निकालना चाहिए।
बच्चों की तरह पाली हुई धान की फसलें हो जाएंगी तबाह – भाजपा नेता सरवीजन जिंदल
भाजपा नेता सरवीजन जिंदल ने कहा कि खेतों में आम तौर पर बिजली सप्लाई में फाल्ट पड़ते रहते हैं जिसका हल अधिकारीयों को फोन करके करवा लेते थे परन्तु अब उनके फोन नंबर बंद आ रहे हैं। बिजली की सप्लाई खेतों में ठीक ढंग के साथ न मिलने के कारण किसानों द्वारा बच्चों की तरह पाली फसल तबाह हो जाएगी तथा फसल को बचाने के लिए सरकार को चाहिए कि वह इस मसले का हल जल्द निकाले।
भीष्ण गर्मी के कारण बिजली के बिना लोग हैं परेशान – धर्म पाल
इंडस्ट्रीलिस्ट धर्म पाल चीमा ने कहा कि गर्मी में बिजली का लोड अधिक होने के कारण आम तौर पर अलग-अलग स्थानों पर बिजली सप्लाई में फाल्ट हो जाने से बंद हो जाती है और कर्मचारी कोई ध्यान नहीं देते इसलिए एसडीओ या एक्सियन को फोन पर शिकायत करनी पड़ती है परन्तु अब इन अधिकारीयों के मोबाइल बंद होने के कारण इनसे सम्पर्क नहीं हो सकता जिस कारण शहर में कई स्थानों पर बिजली की सप्लाई खराब पड़ी है जोकि समय सिर ठीक नहीं हो रही और भीष्ण गर्मी में लोगों का कचूमर निकल रहा है।
पंजाब की इंडस्ट्री तो पहले ही तबाह हो रही है, पॉवरकाम के उच्चाधिकारीयों द्वारा फोन बंद करने से ओर भी लगेगा धक्का – संदीप बांसल मोनू
संगरूर डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रियल चैंबर के नेता संदीप बांसल मोनू ने कहा कि पहले तो कोरोना महामारी के कारण पंजाब की इंडस्ट्री तबाह हो चुकी है और पंजाब में बिजली के रेट भी दूसरे राज्यों से बहुत अधिक हैं जिस कारण हम दूसरे राज्यों की इंडस्ट्री से पिछड़ रहे हैं और कोरोना महामारी के कारण हम ठीक ढंग से अपनी फैकिट्रयों में माल भी तैयार नहीं कर पाये थे अब बिजली की सप्लाई ठीक ढंग से न मिलने के कारण इंडस्ट्री को ओर भी धक्का लगेगा जबकि पहले बिजली में कोई फाल्ट पड़ जाता था तो हम एसडीओ या एक्सियन को फोन करके इसकी सूचना दे देते थे और हमारे मसले का हल भी हो जाया करते थे। अब उच्चाधिकारीयों द्वारा अपने सरकारी मोबाइल फोन बंद कर दिये जाने के कारण अब इंडस्ट्रीलिस्ट कहां पर अपनी कम्पलेट लिखवाये, कुछ समझ में नहीं आ रहा। इसलिए कैप्टन सरकार को चाहिए कि वह इस समस्या का हल जल्द करे ताकि राज्य की इंडस्ट्री निर्विघन व सुचारू रूप से चल सके।