देश व प्रदेश आपसी सौहार्द बढ़ाने की जरूरत।
पवित्र रमजान के महीने में जुम्मे के दिन मुस्लिम भाईचारे द्वारा अल्लाह की दूसरी इबादत रोजा खुलवाने इनैलो प्रदेश प्रवक्ता ओंकार सिंह साथियों सहित चूना चौक अम्बाला छावनी स्थित जामा मस्जिद पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहाकि नमाज के बाद अल्लाह ने जो दूसरी इबादत मुसलमानों के लिए अनिवार्य की है वह है रोजा। रोजे से मुराद ये है कि रमजान के महीने में 30 दिन तक सुबह से शाम तक खाना-पीना नहीं होता। नमाज की तरह ही इबादत रोजा भी अल्लाह के भेजे सभी पैगंबरों के मानने वालों पर फर्ज हैं और आज भी अधिकतर धर्मों में यह किसी न किसी रूप में मौजूद हैं। वास्तव में इस्लाम का रोजे से तात्पर्य यह है कि बंदा अपना जीवन रब की इच्छा और उसके आदेशों को मानते हुए गुजार दे। साल भर में रमजान महीने के रोजे इसी मकसद का प्रशिक्षण हैं। रमजान के पवित्र माह में जो अल्लाह ताला के हुक्म अनुसार रोजे रखता है व अल्लाह की रजा में रहता है, अल्लाह उसकी हर मुराद पूरी करता है। आज देश व प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने व धार्मिक सद्भाव खराब करने की कुछ ताकते कोशिश कर रही है ऐसे में देश व प्रदेश की तरक्की व आपसी इत्तेफाक बढ़ाने की दुआ जरूरत है जो आपसी मेलजोल से ही सम्भव है। हम सब एक ही परमपिता परमात्मा, ईश्वर, वाहेगुरु, अल्लाह की संतान हैं। कोई भी धर्म आपस मे बांटना नही बल्कि जोड़ना सिखाता है। हम सबको परस्पर एक दूसरे के धार्मिक व सामाजिक उत्सवों में शामिल होना चाहिए ताकि सब जगह शांती, सौहार्द और एकता और भाईचारे को बढ़ावा मिले तभी सही मायने में देश व प्रदेश में विकास हो पायेगा। “‘अव्वल अल्लाह नूर उपाइआ, कुदरत दे सब बन्दे,एक नूर से सब जग उपज्या, कोंन भले कोंन मन्दे” की भावना जब हर एक भारतीय में विकसित हो जाएगी तो अवश्य ही भारत विश्वगुरु बन जाएगा। इस अवसर पर सुखप्रीत सिंह सिन्नी, तरनप्रीत सिंह, दमनप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह व अम्पू गुप्ता सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित थे।
