पंचशील सिद्धान्त के प्रवर्तक जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी जी की जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा का इनैलो कार्यकर्ताओं ने सदर बाजार चौक पर स्वागत किया। इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए इनैलो प्रदेश प्रवक्ता ओंकार सिंह ने कहाकि महावीर स्वामी जी ने ही अहिंसा परमो धर्म का संदेश पूरी दुनिया में फैलाया और मन, वचन व कर्म से अहिंसा का रास्ता अपनाने की शिक्षा दी। हमे विपरीत परिस्थितियो में भी जियो ओर जीने दो के सिद्धांत पर कायम रहना चाहिए। जिस युग मे समाज मे हिंसा, पशुबलि, जाति-पाति व छूआछूत का बोलबाला था उस समय भगवान महावीर ने अवतार लेकर मानवजाति का भला किया। अहिंसा का अभिप्राय मन, वचन व कर्म से अहिंसक होने से है। यदि कोई अनजाने में कोई गलती करता है तो उसे क्षमा कर देना चाहिए। महावीर स्वामी जी हमेशा सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह क्षमा, त्याग, सयंम, प्रेम, करुणा, शील ओर सदाचार के पक्षधर थे। प्रत्येक व्यक्ति को सत्य पर कायम रहते हुए बिना किसी का हक मारे, लोभ-लालच से हटकर मोक्ष प्राप्ति की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। आज के भौतिकवादी व मायावी समय मे और निम्न दर्जे के घटिया राजनीतिक मूल्यों में जहाँ भाई भाई का दुश्मन बना हुआ है, लालच व स्वार्थ हर जगह व्याप्त है, अधिकतर व्यक्ति स्वहित केंद्रित है, परहित व समाजहित को गोण समझा जाता है ऐसे में भगवान महावीर स्वामी जी की शिक्षाएं व सिद्धान्त ज्यादा प्रासंगिक हो जाते हैं। इन्ही सिद्धान्तों को अपनाकर ही विश्व मे भाईचारा व शांति स्थापित हो सकती है और हमारा भारत जो आज मजबूत विश्वशक्ति बन चुका है, शांति का अग्रदूत बन कर सम्पूर्ण मानवजाति का भला कर सकता है। इस अवसर पर अशोक धवन, रमेश यादव, प्राण नाथ वैद,सुखप्रीत सेठी,गुरप्रीत सिंह, अजय जैन, तरणप्रीत सिंह, दमनप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।