मोगा (प्रेस की ताकत न्यूज डेस्क): मोगा में शुक्रवार बड़ी घटना सामने आई है। यहां डिप्टी कमिश्नर ऑफिस की चैथी मंजिल पर शरारती तत्वों ने आज खालिस्तान का झंडा फहरा दिया, जबकि यहां पहले से लगे राष्ट्रीय ध्वज की रस्सी काटकर अपने साथ ले गए। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पंजाब पुलिस के तीन एएसआई भी तैनात थे। इस घटना के बाद पंजाब में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है। हैरानी की बात है कि राष्ट्रविरोधी संगठनों की तरफ से 15 दिन पहले दी गई चेतावनी के बावजूद जिले की सर्वोच्च प्रशानिक इमारत पर इस तरह खालिस्तानी झंडा फहरा दिया गया और पुलिस प्रशासन इस घटना के बाद जागा है।
घटना सुबह करीब साढ़े 7 बजे की है। मिली जानकारी के अनुसार मोगा डिप्टी कमिश्नर कॉम्पलेक्स वैसे तो यहां लोकल रैंक के तीन एएसआई रैंक मक्खन सिंह, तलविंदर सिंह और निर्मल सिंह तैनात थे। इनमें से वारदात के वक्त एक ही मौके पर था, दो बाद में आए। इसी दौरान की चैथी मंजिल पर दो लोगों ने खालिस्तानी झंडा फहरा दिया। यही नहीं खालिस्तानी समर्थक भारत का राष्ट्रीय ध्वज रस्सी काटकर अपने साथ ही ले गए। इस घटना के बाद से जिला और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने आगे की कार्रवाई को लेकर बैठकें की है।
हालांकि पुलिस ने तुरंत इस झंडे को उतारकर वहां भारत का तिरंगा फहरा दिया, लेकिन इस घटना के चलते पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया कि आजादी दिवस से ठीक एक दिन पहले देशविरोधी ताकतों की ओर से डिप्टी कमिश्नर ऑफिस की बिल्डिंग पर केसरी झंडा कैसे लहरा दिया गया।
ध्यान रहे, भारत सरकार द्वारा थोड़े ही दिन पहले ब्लैक लिस्ट किए गए खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने एक ऑडियो वायरल करके कहा था कि 15 अगस्त को लोग अपने घरों पर खालिस्तानी झंडा लहराएं तो उन्हें 25 हजार अमेरिकन डॉलर इनाम दिए जाएंगे।