नई दिल्ली, 24 नवम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- सब्जियाँ ख़ास कर कर टमाटर की कीमत में हाल ही में काफ़ी तेज़ी आई है। सर्दियों में 20 रुपए के भाव मिलने वाले टमाटर की कीमत कई शहरों में 100 रुपए प्रति किलो से पार पहुँच चुकी है। आंधरा प्रदेश और करनाटक में बाढ़ कारण टमाटर की फ़सल ख़राब होने के कारण टमाटर की कीमत आसमान चढ़ रही है। कम पैदावार और ज़्यादा माँग साथ-साथ ट्रांसपोर्टेशन लागत में तेज़ी के साथ भी टमाटर ‘लाल ’ हो रहा है। बेंगलुरु में टमाटर की कीमत 110 रुपए किलो और प्याज़ की 60 रुपए प्रति किलो तक पहुँच गई है। इस तरह मुम्बयी में प्याज़ 60 रुपए किलो और टमाटर 80 रुपए किलो मिल रहा है। दिल्ली में भी टमाटर की कीमत 70 -100 रुपए किलो तक पहुँच गई है। सब्जियाँ के होलसेलर्ज का कहना है कि पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में तेज़ी के साथ सब्जियाँ के रेट बढ़े हैं।
चेनयी में 160 रुपए पहुँची कीमत
चेनयी में टमाटर की कीमत 160 रुपए प्रति किलो तक पहुँच गई है। शहर की कोइमबेडु होलसेल मार्केट में सोमवार को डेढ़ गुणा कम टमाटर की आमद हुई। पिछले 15 दिनों में यह सब से कम आमद है। मंडावेली, मायलापुर और नन्दनम के रिटेल बाज़ार में टमाटर 140 से 160 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। एप आधारित ग्रासरी स्टारटअपस 120 रुपए टमाटर बेच रहे हैं।
क्या कहते हैं गाहक
इक खपतकार ने कहा कि टमाटर की कीमत 20 -30 रुपए प्रति किलो होती थी जो अब 100 रुपए से पर पहुँच गई है। उस का कहना है कि अगर पेट्रोल -डीज़ल की कीमतों वधणगियांतें सब कुछ महँगा होगा। एक ओर खपतकार ने कहा कि सब्जियाँ की बढ़तीं कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिा्ा है। इस से बचने के लिए हम सब्जियाँ की उपभोग कम कर दी है। महँगी सब्जियाँ को हम कम से कम खाते हैं। हम आलू, बन्दगोभी और दूसरी सस्ते सब्जियाँ खरीद रहे हैं। जब तक टमाटर की कीमत कम नहीं होती है, तब तक हम इस को नहीं खाऐंगे।
एक औरत ने कहा कि हम कभी नहीं सोचा थी कि टमाटर हमारी पहुँच से बाहर हो जाऐगा। इस की कीमत 20 से 30 रुपए थी परन्तु बरसात के बाद यह 80 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। टमाटर की बढ़तीं कीमतों कारण हमारा प्रति महीनो का बजट बिगड़ रहा है। एक ओर ग्राहक ने कहा कि सब्जियाँ महँगी हो गई हैं, इस लिए वह दाल का सहारा ले रहे हैं। उस ने कहा कि सरकार को सब्जियाँ की कीमत पर कंट्रोल करना चाहिए नहीं तो लोग सब्जियाँ खानीं बंद कर देंगे।