गर्ग एंड कम्पनी को दिए गए सभी ठेकों पर श्वेतपत्र जारी हो।
पांच वर्ष बाद भी नही हो पाया स्टेडियम का कार्य पूरा।
फुटबॉल स्टेडियम के घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए इनैलो प्रदेश प्रवक्ता ओंकार सिंह ने कहाकि वर्ष 2016-17 में दिए गए फुटबॉल स्टेडियम की प्राम्भिक ठेका राशि 40,48,64,270/- रुपये थी जबकि इस कार्य मे घोटाला की राशि अब तक 66 करोड़ के लगभग पहुंच चुकी है। कितनी अजीब बात है कि किसी कार्य के ठेके की प्राम्भिक लागत से ज्यादा घोटाला हो जाए। उन्होंने मांग की कि गर्ग एंड कम्पनी जिसके पास स्टेडियम का ठेका है, को दिए गए सभी ठेकों पर श्वेतपत्र जारी हो। उन्होंने कहाकि कितनी अजीब बात है कि पांच वर्ष बाद भी स्टेडियम का कार्य तो पूरा हो नही पाया और घोटाले की राशि बढ़ती जा रही है। भ्र्ष्टाचार व घोटालो पर नियंत्रण करने का दावा यहां फेल होता नजर आ रहा है। गर्ग एंड कम्पनी को दिए गए सभी ठेकों पर श्वेतपत्र जारी होना चाहिए ताकि जनता को सच्चाई का पता लग सके। फीफा द्वारा मान्यता प्राप्त स्टेडियम बनाने का दावा करने वाले सत्ताधारियों को यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फीफा की मान्यता खत्म होने में लगभग एक वर्ष ही शेष है और अभीतक स्टेडियम का निर्माण कार्य ही पूरा नही हुआ है, उद्घाटन तो दूर की बात है। बहुत ही आश्चर्यजनक बात है कि गर्ग एंड कंपनी को अनेक ठेके दिए हुए हैं और कार्य शायद एक भी पूरा नही हुआ है। इस बात की भी जमच होनी चाहिए कि क्या यह फर्म इतने बड़े बड़े ठेके लेने की शर्तें पूरी करती थी या नही। इस फर्म को ठेके दिलाने में किसी सफेदपोश नेता का हाथ होने की संभावना को भी नकारा नही जा सकता। अम्बाला छावनी में इस फर्म के पास और कौन कौन से ठेके है और उन ठेकों में बजी कोई घोटाला हुआ है या नही यह भी जांच का विषय है।
