* रिश्वत लेने वालों की जांच कर सच सामने लाया जाए – प्रधान गुरदीप चीमा
पटियाला, (सुभाष भारती):
पंजाब राइस मिलर्ज एसोसिएशन (सैनी ग्रुप) ने सोमवार को एफसीआई पर पक्षपात करने का आरोप लगाकर ऑफिस के आगे बारिश के बावजूद रोष प्रदर्शन किया। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया एसोसिएशन के प्रधान तरसेम सैणी ने कहा कि कुछ शैलर मालिकों ने पिछले दिनों एफसीआई के डीएम के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप लगाए थे और रिश्वत के पैसे वापस मांगने को लेकर रोष प्रदर्शन किया था। आज उन्हीं शैलर मालिकों को एफसीआई ने कानून को नजरअंदाज कर नए डिपो के आर्डर कर दिए हैं। सैणी के मुताबिक कुछ शैलर मालिकों के पहले भी बफर कंप्लैक्स पटियाला से दूधन डिपू में बैक मूवमेंट के पैसे भरवा कर फरवरी में आर्डर किए थे जोकि पिछले साल एफसीआई रीजनल ऑफिस की तरफ से मना किया हुआ है, इसके बावजूद आज दोबारा ऐसे आर्डर कर दिए गए।
इस मौके पर एसोसिएशन के जिला प्रधान गुरदीप चीमा और चेयरमैन गुरमेज सिंह भुनरहेड़ी ने कहा कि रिश्वत लेने वाले अधिकारियों की जांच की जाए और सच लोगों के सामने लाया जाए। उन्होंने शैलर इंडस्ट्री कोविड-19 के दौरान चल रहे लॉकडाउन में एफसीआई में चावल व पंजाब सरकार की गेहूं के लिए शैलरों में मंडी यार्ड बनवा कर मदद कर रही है, वहीं सरकार के बारदाने की कमी को दूर करने के लिए अपने पास पड़े बारदाने को देने को भी तैयार है। इस मौके पर नरेश गोयल, भारत गोयल, जतिंदर सिंह, विजय गोयल, सुनील बांसल, पवन सिंगला, आशु सिंगला, श्याम सिंह, पवन सनेजा, प्रदीप सिंगला, रणधीर सिंह, दविंदर सिंह, कुलवंत राय और सुखविंदर सिंह मौजूद रहे।
इधर ज्ञान चंद भारद्वाज ग्रुप का दावा है कि एफसीआई ने अप्रैल महीने में 18 लाख टन चावल पंजाब में से दूसरे राज्यों में भेजकर रिकार्ड कायम किया है। सैनी ग्रुप ने जहां कुछ एफसीआई अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं ज्ञान चंद भारद्वाज ग्रुप ने यह कह कर एफसीआई अफसरों की प्रशंसा की है कि इस बार अप्रैल के 25 दिनों में 18 लाख टन चावल पंजाब से दूसरे राज्यों में भेजकर एफसीआई ने नया रिकार्ड कायम किया है। सूबा प्रधान ज्ञान चंद भारद्वाज ने कहा कि यह पहली बार है कि 25 दिनों में 18 लाख टन चावल पंजाब से दूसरे राज्यों में गया है। अब सूबे में एफसीआई के गोदामों में सिर्फ 100 लाख टन चावल ही शेष रह गया है। उन्हें पूरा भरोसा है कि यह चावल भी हर हाल में 15 जून तक केंद्रीय पूल में भेज दिया जाएगा। भारद्वाज ने जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब में 35 लाख टन धान अभी शैलरों में बिना मिलिंग के पड़ा है, लेकिन जिस स्पीड से एफसीआई अधिकारी गोदामों में स्टोर चावल के डिस्पेच का कार्रू कर रहे हैं उसे देखकर लगता है कि इस बार 30 सितंबर तक सारे गोदाम खाली हो जाएंगे जो आम तौर पर पूरा साल बीतने के बाद भी खाली नहीं होते। प्रदेशाध्यक्ष ज्ञान चंद भारद्वाज ने कहा कि एक महीने में 18 लाख टन चावल भेजना यह साबित करता है कि एफसीआई ऑल इंडिया एमडी डीवी प्रसाद और पंजाब के जीएम अर्शदीप सिंह थिंद के नेतृत्व में बेहतरीन काम कर रही है। उन्होंने एफसीआई अफसरों के खिलाफ धरना देने वाले शैलर मालिकों को सियासत छोडक़र काम पर ध्यान देने की सलाह दी है।