नाभा, 1 अगस्त (प्रेस की ताकत ब्यूरो) : पूर्व मंत्री सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, भ्रष्ट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की तरह नए प्रदेश कांग्र्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू माफियाओं के बचाव की जिम्मेदारी ली है।
स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन आॅफ इंडिया (एसओआई) के नेता गुरसेवक सिंह गोलू द्वारा आयोजित मेडिकल कैंप में भाग लेने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह निंदनीय है कि रेत और शराब माफिया के साथ साथ समाज कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय नए प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए इन तत्वों का सहारा ले रहे हैं। ‘‘ इससे न केवल सिद्धू बल्कि कांग्रेस की संस्कृति भी उजागर हुई है, जो भ्रष्टाचार, घोटालों और दलित विरोधी और गरीब विरोधी नीतियों के लिए जानी जाती है। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता सुरजीत सिंह रखड़ा भी उपस्थित थे।
सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाबी चाहते हैं कि अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ साथ धर्मसोत को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाए। ‘‘ इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने धर्मसोत को क्लीन चिट दे दी। अब सिद्धू भी मंत्री का इस तथ्य के बावजूद समर्थन कर रहे हैं कि आठ लाख एस.सी छात्रों को शिक्षण संस्थाओं से बाहर निकाले जाने के कारण उनका भविष्य चैपट हो गया तथा उन्हे डिग्रियां भी नही मिल रही, इससे बड़ा पाप क्या हो सकता है’’।
सिद्धू को राज्य मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि जब तक धर्मसोत मंत्रिपरिषद में रहे तब तक इस मामले की स्वतंत्र जांच नही की जा सकती। उन्होने कहा कि यह निंदनीय है कि एस.सी छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने की अनुमति देने के बजाय सरकार इस मामले में संबंधित फाइल एजेंसी को सौंप रही है।
राज्य के कर्ज के बोझ के बारे में बोलते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि तत्कालीन अकाली दल के नेतृत्व वाली सरकार ने पंजाब को सरप्लस बिजली प्रदान की थी तथा अद्वितीय सामाजिक कल्याण योजनाओं को सफलतापूर्वक चलाया था। राजय में अंतरराष्ट्रीय हवाईअडडों के अलावा विश्वस्तरीय सड़क बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत बनाया गया था। उन्होने कहा कि मौजूदा कांग्रेस कार्यकाल में पंजाब में कोई विकास कार्य यां बुनियादी ढ़ांचा नही बनाया गया था। सरदार मजीठिया ने कहा कि इसी तरह नौकरियों के मामले में कांग्रेस सरकार ने 60 लाख नौकरियां देने का वादा किया था ,पर पूरा करने में विफल रही।
आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए वादों के बारे में पूछे जाने पर अकाली दल के नेता ने बताया कि दिल्ली में 200 यूनिट प्रति बिजली चक्र की शर्त से सब्सिडी मिल रही है, जो कुल 1000 करोड़ रूपये की राशि थी। उन्होने कहा इसके विपरित सरदार परकाश सिंह बादल ने 10,600 करोड़ रूपये की सब्सिडी दी थी। सरदार मजीठिया ने कहा कि लोगों ने देखा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मामले में दोहरे मापदंड अपनाए, वह चाहे सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर हो, चाहे पराली जलाने का मुददा हो। उन्होने कहा कि ‘‘ पंजाबी केजरीवाल को कभी भी पंजाब को रिमोट से चलाने की आज्ञा नही देंगें‘‘।