चंडीगढ़ (प्रेस की ताकत संवाददाता), पंजाब कांग्रेस के कलह को लेकर आज आलाकमान का फैसला आ सकता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मिलेंगे। इसके साथ ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि पंजाब में कांग्रेस के अन्दर चल रहे विवाद को हल करने के लिए बड़ा फार्मूला तैयार किया गया है और इस पर सोनिया गांधी मुलाकात के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ चर्चा कर सकती हैं। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस मुलाकात पर लग गई हैं। बता दें कि नवजोत सिद्धू और अमरिंदर सिह के विवाद को समाप्त करने के लिए कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व बड़ा कदम उठा सकता है और नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा था। इसके बाद अब उनको आज का समय दिया गया है। पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह के बीच यह पहला मौका है जब सोनिया गांधी पंजाब के किसी नेता से मिलेंगी। जबकि राहुल गांधी एवं प्रियंका पंजाब के नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें कर चुके है।
इस बैठक के उपरांत कांग्रेस सरकार पर छाए संकट के बादल छंट सकते है। वहीं, इस बैठक में सोनिया गांधी पार्टी की खींचतान को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समक्ष फार्मूला रख सकती हैं।
पार्टी अध्यक्ष से मिलने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार समय मांग रहे थे। अहम बात यह भी है कि सोनिया गांधी ने कैप्टन को समय दिया है नवजोत सिंह सिद्धू की 30 जून को राहुल गांधी के साथ बातचीत के बाद दिया है। माना जा रहा था पहले प्रियंका गांधी और बाद में राहुल गांधी के साथ मुलाकात में पंजाब में सुलह का फार्मूला तैयार कर लिया गया था। इसके बाद ही सोनिया गांधी ने कैप्टन से मिलने को लेकर हामी भरी है।
हालांकि प्रमुख बात तो यह है कि राहुल गांधी और नवजोत सिद्धू की बैठक के उपरांत भी नवजोत सिंह सिद्धू के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आया था।
वहीं, पंजाब कांग्रेस नेताओं की नजरें सोनिया गांधी पर टिकी हुई हैं कि वह पंजाब कांग्रेस में विवाद को खत्म करने के लिए क्या फार्मूला निकालती हैं। इस कलह में जड़ में नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा कांग्रेस के करीब आधा दर्जन मंत्री भी हैं। इन नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी के समक्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली थी।