चण्डीगढ़, 30 नवम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- पंजाब कांग्रेस में मची कलह दरमियान आज मुख्य मंत्री चरनजीत चन्नी, नवजोत सिद्धू, स्पीकर राणा के. पी. सिंह और पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी केदारनाथ धाम के दर्शन करन पहुँचे। पंजाब कांग्रेस के नेतायों के इस दौरे को चन्नी और नवजोत सिद्धू बीच सुलह के लिए इस्तेमाल करे गए कदम के तौर पर भी देखा जा रहा है। चरनजीत चन्नी के मुख्य मंत्री बनने के बाद ही सिद्धू और चन्नी बीच तीखापन नज़र आ रही थी। कैप्टन सरकार की तरह सिद्धू चन्नी सरकार को भी जनतक तौर पर घेर रहे थे।इस दरमियान मंगलवार को मुख्य मंत्री चरनजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू उत्तराखंड के लिए रवाना हुए।यहाँ पहुँचने के बाद सिद्धू ने कहा कि मैं मुख्य मंत्री चन्नी के साथ महाकाल से आशीर्वाद लेने जा रहा हूँ। मैं यह आशीर्वाद मंगांगा कि पंजाब के भले के साथ हमारा भी भला हो। पंजाब में भाईचारा बना रहा। इस के बाद वह केदारनाथ के लिए रवाना हुए। इस से पहले उन पंजाब कांग्रेस के पूर्व इंचार्ज हरीश रावत के साथ भी मुलाकात की।
चन्नी के खजाने वाले बयान पर सिद्धू ने किया था बड़ा हमला
मुक्ख मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी की तरफ से पंजाब के खजाने पर दिए गए बयान दे 14 दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने जनतक मंच से कहा कि झूठ बोलता है वह व्यक्ति, जो कहता है खजाने भरे हुए हैं। मुख्य मंत्री चन्नी ने करीब 14 दिन पहले मंत्री मंडल की बैठक के बाद कहा थी कि कई विरोधी कहते हैं कि पंजाब का ख़ज़ाना खाली है तो वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि पंजाब का ख़ज़ाना कभी खाली नहीं होता, न ही सरकार ने खाली होने देना है। हमेशा ख़ज़ाना भरा रहेगा। इस पर सिद्धू ने तंज कसते कहा कि पंजाब पर 5लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ है। नगर निगम, रैस्ट हाऊस गहने रखे हुए हैं। यह कर्ज़ सरकार ने वापस नहीं करना है, पंजाब की जनता ने मोड़ना है।
चण्डीगढ़ में कांग्रेस नेता अश्वनी सेखड़ी का नेतृत्व में संयुक्त हिंदु महासभा के मंच से नवजोत सिद्धू ने चन्नी सरकार पर सवाल उठाते पूछा कि यदि ख़ज़ाना भरा हुआ है तो ई.टी.टी. टीचर्ज को नौकरी क्यों नहीं मिलती। क्यों वह टन टन करा पर चढ़े हुए हैं। ख़ज़ाना भरा है तो कच्चे कर्मचारियों को देवो। 2004 से जिन को पैंशन नहीं मिली, उन को देवो क्योंकि ख़ज़ाना आखिरी लाईन में ठहरे व्यक्ति के लिए ही तो होता है। पहली लाईन में ठहरे व्यक्ति के लिए ख़ज़ाना नहीं होता। उन के लिए नहीं होता, जो रेत बेचता है, शराब बेचता है। यदि ख़ज़ाना भरा हुआ है तो यह हंगामा क्यों हो रहा है। क्यों हर व्यक्ति हड़ताल पर है। क्यों कर्ज़ ले कर वापस किया जा रहा है। फिर क्यों 10 साल सरकार आती है तो डेढ़ लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ चढ़ जाता है और दूसरी सरकार आती है तो 5साल में 1लाख करोड़ रुपए का फ़ाल्तू कर्ज़ चढ़ा देती है। इंडस्ट्री को सब्सिडी क्यों नहीं मिल रही। इंडस्ट्री क्यों पंजाब से भाग रही है। क्यों पंजाब 1नंबर से 17 -18 नंबर पर चला गया। क्यों हिमाचल जैसे सूबे 7-8रैंकिंग पर चले गए। सिद्धू ने कहा कि पंजाब पर टैक्सी के मीटर की तरह सूद अधिक रहा है। यह पंजाब की जनता अदा कर रही है। यह इस लिए भी है कि पौने 5साल में जो वायदे किये गए थे, वह पूरे नहीं हो सके क्योंकि ‘गन्ने चूसने को बांदरी, डंडे खाने को रीछ ’ है।
चन्नी के ऐलानों पर भी सिद्धू के बोल, आखिरी दो महीने लौलीपाप क्यों, दीवाली गिफ्ट क्युं
नवजोत सिद्धू ने मुख्य मंत्री चन्नी की तरफ से सोमवार को किये गए ऐलानों पर भी तंज कसा। सिद्धू ने पूछा कि आखिरी दो महीनों में ही लौलीपाप क्यों। क्या पंजाब में मकसद सिर्फ़ सरकार बनाना है। झूठ बोल कर। 500 -500 वायदे करके। सिद्धू ने जनता को न्योता देते कहा कि इस बार वोट गिफ्ट पर न दो। गली -नुक्कड़ में बताओ, दीवाली गिफ्ट नहीं चाहिए। उन को पूछो कि पंजाब को दलदल में से कौन निकालेगा। उस का रोडमैप क्या है। पर चोर बिठाओगे या इमानदार बिठाओगे। सिद्धू को कुछ नहीं चाहिए। बस यह यकीनी होना चाहिए कि कोई दो -दो हज़ार में नहीं बिके। कोई लौलीपाप के लिए नहीं बिके। कोई ईमान नहीं बेचे। इस बार एक नया पंजाब बनाया जाये। सिद्धू ने कहा कि मरता मर जाऊँगा परन्तु पंजाब को नहीं बेचूंगा। कमाऊ पुत्र नहीं बनूंगा। शीशा दिखाऊँगा। बताऊँगा पंजाब कैसे संवरदा है। सिद्धू ने कहा कि जनता को पूछना चाहिए कि दिवाळी गिफ्ट से पहले यह बताओ कि पर क्या बेईमान बिठाओगे या इमानदार।
