छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)-सँस्कृत पुस्तकोन्नति सभा द्वारा संचालित सन्त श्री आशारामजी आश्रम खजरी में आज संत श्री आशारामजी बापू का 58 वां आत्मसाक्षात्कार महोत्सव पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया । सुबह से ही आश्रम में बिना बुलाये साधक भक्तों का तांता लगा रहा । हजारों की संख्या में लोगों ने उपस्थित दर्ज की । सभी भक्तों ने कोविड-19 की गाइडलाइंस का पूर्ण रूप से पालन किया। पूज्य बापूजी की कृपा पात्र शिष्या साध्वी प्रतिमा बहन का सत्संग सम्पन हुआ । साध्वी बहन ने बताया कि मनुष्य जीवन का उद्देश्य ही आत्मज्ञान पाना है जो बिना सद्गुरु की कृपा के सम्भव नही है । आत्मज्ञान को पाए हुए महापुरुषों को स्वयं भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश भी प्रणाम करते हैं ऐसा शास्त्रों में आता है। साधकों की भीड़ जो बिना बुलाये या बिना प्रचार प्रसार के यहाँ उपस्थित है ; यही पूज्य बापूजी का चमत्कार है । यही ब्रह्म ज्ञान की महिमा है । समिति ने “भजन करो- भोजन करो- दक्षिण पावो” वाले गरीबों को अनाज और वस्त्र भेंट किये । आश्रम प्रबंधन को पहले से ही अंदेशा था कि आज लोग बिना बुलाये ही यहाँ आ सकते हैं इसलिए उन्होंने भोजन प्रसाद की व्यवस्था कर रखी थी । इस सेवा कार्य मे शक्ति ट्रस्ट द्वारा संचालित गुरुकुल की सेवा सराहनीय रही। कार्यक्रम में श्री योग वेदांत सेवा समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई, खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई, गुरुकुल संचालिका दर्शना खट्टर, महिला उत्थान आश्रम की संचालिका साध्वी नीलू बहन, लिंगा आश्रम से साध्वी रेखा बहन, युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक दोईफोड़े, P.R. शेरके, M.R. पराड़कर, शम्भूदयाल साहू, गेंदराव कराडे मुख्य रूप से उपस्थित थे।