प्यार,मोहब्बत,इत्तेफाक व भाईचारे का प्रतीक है ईद।
मुस्लिम भाइयो को ईद उल फितर की मुबारकबाद देने अम्बाला छावनी की जामा मस्जिद पहुंचे इनेलो नेता ओंकार सिंह ने कहा कि परस्पर प्यार, मोहब्बत और भाईचारे का प्रतीक है। ईद-उल-फितर। ईद की नमाज के पश्चात उन्होंने अपने, इनेलो पार्टी व चौधरी ओम प्रकाश चौटाला जी की तरफ से सभी मुस्लिम भाइयो को ईद की मुबारकबाद दी और अल्लाह से गुजारिश की कि रमजान के पवित्र माह में रोजेदारों कि हर मुराद पूरी करे और उनके गुनाहों को माफ करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक धर्मोपदेश में इंसानियत को सर्वोपरि माना गया है और इंसानियत यही है कि हम प्रत्येक धर्म का आदर व मान-सम्मान करें जिससे आपसी प्यार, मोहब्बत व भाईचारे में इजाफा हो। अनेकता में एकता के प्रतीक भारत मे यही ख़ासियत है कि यहॉ विभिन्न धर्मों औऱ सम्प्रदायों के होते हुए भी हमसब एकता के एकसूत्र में बंधे हुए हैं।आज देश व प्रदेश में कुछ ताकते घटिया सोच व तुच्छ फायदे के लिए आपसी भाईचारा व धार्मिक सद्भाव बिगड़ने की कोशिश में है लेकिन हमसब भाइयो का फर्ज व कर्तव्य है कि ऐसी ताकतों को मुँह तोड़ जवाब दे और उनके मनसूबों को कामयाब ना होने दे। हमारे सब का खून एक ही रंग का है और अल्लाह ने सब को भाईचारे का संदेश ही दिया है। आज अगर किसी भी धर्म से सम्बन्ध रखने वाले को किसी दुर्घटनावश रक्त की आवश्यकता पड़ जाती है तो यह नही देखा जाता कि मरीज का धर्म कोनसा हैं औऱ उसे चढ़ाया जानेवाला रक्त किस धर्म से सम्बंधित है, मूलतः हम सब भाई-भाई है, ईद का यह पवनपर्व पर हम सब को आपसी भेदभाव मिटा कर एकता के सूत्र में बांधने की कोशिश करता है।हम सब अपने जीवन को तभी सफल कर पाएंगे जब हम धर्म व मजहब से ऊपर उठाकर आपसी सद्भाव व भाईचारे को मजबूत कर पाएंगे, तभी हम भी सुखी व खुशहाल होंगें ओर हमारा देश व परदेश भी तरक्की ओर विकास कर पायेगा। धर्म सब पूजनीय है, कोई भी धर्म हिंसा, नफरत व आपसी भेदभाव का संदेश नही देता लेकिन बुरी नीयत व बुरे विचारों वाले लोग हर जगह मिलते हैं। हमे सिर्फ यह ध्यान में रखना चाहिए कि “” अव्वल अल्लाह नूर उपाइआ कुदरत के सब बन्दे, एक नूर ते सब जग उपजिया कौन भले कौन मन्दे “” ताकि आपसी भाईचारे, प्रेम,प्यार व सौहार्द बना रह सके।
