ये विकास नही, जनधन की बर्बादी और जनता की परेशानी है।
कुप्रबंध व कुव्यवस्था का शिकार हैं अम्बाला छावनी।
अम्बाला छावनी में जनधन की बर्बादी की चरम सीमा का व्याख्यान करते हुए इनैलो प्रदेश प्रवक्ता ओंकार सिंह ने कहाकि हज़ारों करोड़ रुपये खर्च कर अम्बाला छावनी का विकास करने का दावा करने वालो को बता दूं कि ये विकास नही, जनधन की बर्बादी और जनता की परेशानी है। सड़क बनती है तो साथ साथ ही उसे तोड़ने वाले आ जाते है। स्ट्रॉम वाटर योजना के तहत हज़ारों लोगों के थड़े तोड़े जा रहे हैं। गरीब व्यक्ति मंदी व बेरोजगारी के दौर में थड़े दोबारा कैसे बनाएगा यह कोई नेता, अधिकारी या कर्मचारी नही सोच रहा। ऐसी व्यवस्था को विकास नही विनाश की संज्ञा देना अनुचित नही होगा। भिन्न सरकारी विभागों में तालमेल की कमी के कारण यह व्यवस्था अम्बाला छावनी में पनपी हुई है। स्ट्रॉम वाटर योजना के तहत पाइप मकानों से 4 या 5 फुट की दूरी पर डालने चाहिए ताकि जनता के थड़े भी न टूटे औऱ भविष्य में ब्लॉकेज खोलने में असुविधा भी न हो, साथ हो जनधन की बर्बादी भी रुक सके। सड़क बनते ही टूटनी शुरू हो जाती है, इसका क्या कारण है इसकी जांच अतिआवश्यक है। निकलसन रोड को सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होना था लेकिन बहुत ही अफसोस व दुख की बात है कि लुक वाली सड़क बनते ही बजरी बिखरनी शुरू हो गयी है। ठेकेदार अपनी जगह मजबूर है क्योंकि उसे सरकार से पैसे लेने के लिए कितनी मुश्क़त का सामना करना पड़ता है और कितनी कमीशन देनी पड़ती है यह ठेकेदार ही जानता है या फिर उसका परमात्मा। उन्होंने जनता से अपील की कि अम्बाला छावनी में सत्ता परिवर्तन कर दो, सभी घोटालों की निष्पक्ष जांच तो करवाऊंगा ही, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी सुनिश्चित करूंगा और तहसील,नगरपरिषद व अन्य सरकारी विभागों की जनसुविधाएं घर पर पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। अम्बाला छावनी की जनता को नेता नही नोकर की जरूरत है और जनता की यह गुजारिश इनैलो पूरी करेगी। बुढ़ापा सम्मान पेंशन, 100 वर्गगज तक के मकान पर गृहकर माफी, बेरोजगारी भत्ता, गांव की फिरनी पक्की करना, शगुन योजना जैसी जनहितैषी योजनाए इनैलो सरकार में ही शुरू की गई थी और अब भी इनैलो सरकार आने पर जनता की जरूरत के अनुरूप नीतियां बनाई व कार्यन्वित की जाएंगी।