? ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ ?
⛅दिनांक 07 मई 2022
⛅दिन – शनिवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – वैशाख
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – षष्टी अपरान्ह 02:56 बजे तक तत्पश्चात सप्तमी
⛅नक्षत्र – पुनर्वसु दोपहर 12:18 तक तत्पश्चात पुष्य
⛅योग – शूल रात्रि 07:59 तक तत्पश्चात गण्ड
⛅राहुकाल – सुबह 09:20 से 10:58 तक
⛅सूर्योदय – 06:03
⛅सूर्यास्त – 07:10
⛅दिशाशूल – पूर्व दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:36 से 05:19 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.14 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – रबिन्द्रनाथ टैगोर जयंती
⛅ विशेष-षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
?मुलतानी मिट्टी ?
?मुलतानी मिट्टी से स्नान करने पर रोमकूप खुल जाते हैं | इससे रगड़कर स्नान करने पर जो लाभ होते हैं, साबुन से उसके एक प्रतिशत भी लाभ नहीं होते | स्फूर्ति और निरोगता चाहनेवालों को साबुन से बचकर मुलतानी मिट्टी से नहाना चाहिए |
?जिसको भी गर्मी हो, पित्त हो, आँखों में जलन होती हो वह मुलतानी मिट्टी का घोल बना के लगाये , थोड़ी देर बैठ जाय, फिर नहाये तो शरीर की गर्मी निकल जायेगी, फायदा होगा |
?मुलतानी मिट्टी और आलू का रस मिलाकर चेहरे को लगाओ, चेहरे पर सौदर्य और निखार आयेगा |
?शनिवार विशेष?
➡️ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
➡️शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
➡️हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)