नई दिल्ली, 24 सितम्बर (प्रेस की ताकत बयूरो)- देश में ऑटोमोबाइल डीलरों के संघ फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने कहा है कि फोर्ड सहित पांच प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने 2017 से 2021 के बीच भारत में विनिर्माण बंद कर दिया है। करण के फैसले ने न केवल 64,000 का सृजन किया है। नौकरियों लेकिन 464 डीलरों द्वारा 2,485 करोड़ रुपये के निवेश को भी प्रभावित किया। FADA ने आज भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कहा कि 2017 में जनरल मोटर्स के भारतीय बाजार से बाहर निकलने से 15,000 नौकरियां प्रभावित हुईं। इससे 142 डीलरों द्वारा किए गए 65 करोड़ रुपये के निवेश पर भी असर पड़ा। उन्होंने कहा कि 2018 में मान ट्रकों के बंद होने से 4,500 नौकरियां चली गईं और 38 डीलरों के 200 करोड़ रुपये के निवेश पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। संगठन ने कहा कि 2019 में यू.एस. एम। लोहिया ने 2,500 नौकरियों को खोकर भारतीय बाजार छोड़ दिया। महंगी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी हार्ले डेविडसन के 2020 में भारत से जाने से 2,000 नौकरियां पैदा हुईं और फोर्ड ने अब भारतीय बाजार के लिए विनिर्माण बंद कर दिया है, जिससे 40,000 नौकरियां निकल गई हैं। इसने 170 डीलरों द्वारा किए गए 2,000 करोड़ रुपये के निवेश पर भी चिंता जताई क्योंकि फोर्ड डीलरों पर गैर-प्रकटीकरण समझौतों में प्रवेश करने का दबाव बना रही थी। FADA ने केंद्रीय मंत्री से इस मामले में तुरंत दखल देने की अपील की है।