पंचकुला, (प्रेस की ताकत ब्यूरो)- 15 नवंबर 2021
शहर में आग लगने की घटना होने के बाद भी फायर विभाग की तरफ से लापरवाही बरती जा रही है। विभाग में 32 का स्टाफ है, इसके बाद भी कंपनियों की रूटीन चेकिंग नहीं की गई है। कंपनियों को नोटिस भी नहीं दिया जा रहा है। तीन साल से अधिक समय हो गया, कंपनियों ने कोई फायर एनओसी नहीं ली है। उल्लंघन होने के बाद भी विभाग की ओर से कंपनियों को कोई नोटिस नहीं दिया गया है। इस कारण कंपनी मालिक भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। फायर विभाग की तरफ से दो साल से सर्वे नहीं किया गया है। सर्वे नहीं किए जाने के कारण किसी को नोटिस नहीं दिया गया है। इसमें 250 से अधिक कंपनियों ने एनओसी नहीं ली है। इसके बाद भी फायर विभाग ने कोई नोटिस नहीं दिया है।
2 नवंबर को औद्योगिक क्षेत्र फेज-2 प्लॉट नंबर-286 स्थित वेस्टवुड फैक्टरी में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। आग लगने के बाद कंपनी में किसी प्रकार के फायर सेफ्टी के उपकरण नहीं मिले। कंपनी में इंट्री के अलावा बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था। इस तरह के हालात में तीन लोग नहीं निकल पाए। इस कारण दम घुटने से तीनों की मौत हो गई। इसके बाद भी जांच नहीं की गई है।
औद्योगिक क्षेत्र फेज-1, 2 में करीब 250 कंपनियां है। यहां पर इंट्री और एग्जिट के लिए अलग रास्ते नहीं हैं। अधिकतर कंपनियों में फायर फाइटिंग सिस्टम भी ठीक नहीं है। इसके बाद विभाग ने इसकी कोई जांच नहीं की है। किसी को कोई नोटिस नहीं दिया है।
शहर के लोगों के आग लगने या आपातकालीन परिस्थितियों से बचाने के लिए पुराना हाइड्रोलिक प्लेटफार्म चार साल पहले मिला था। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म गुरुग्राम से लाया गया था। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की ऊंचाई 42 मीटर है। शहर में 200 से ज्यादा बहुमंजिला इमारत है। आपात कालीन स्थिति के लिए शहर में फायर विभाग की तैयारी नहीं है। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म खराब खड़ा है। इसकी रिपेयर नहीं कराई गई है।