छिन्दवाड़ा(भगवानदीन साहू)- अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने देश के महामहिम राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , मुख्य न्यायाधीश , सुप्रीम कोर्ट भारत सरकार नई दिल्ली के नाम जिला कलेक्टर छिन्दवाड़ा को ज्ञापन सौंपकर 25 दिसम्बर को फटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हुए बताया कि पूरा देश आज पर्यावरण प्रदूषण एवं कोरोना की चपेट में है । पर्यावरण प्रदूषण के कारण मनुष्य अनगिनत बिमारियों से ग्रसित है । प्रदूषण से अस्थमा , लंग कैंसर , तीव्र श्वसन संक्रमण , डायबिटी , हृदयधात जैसी अन्य जानलेवा बिमारियों होती हैं । सरकारी आकड़ों के अनुसार देश में प्रतिवर्ष 17 लाख मौतें प्रदूषण के कारण तथा लाखों लोग बिमारियों से ग्रसित है और सम्पूर्ण विश्व का आंकड़ा करोड़ों में है , प्रदूषण के मुख्य स्त्रोत वाहन , फैक्ट्रीयाँ एवं फटाखे होते हैं । 25 दिसम्बर को लोग जमकर आतिशबाजी और फटाखे फोड़ते हैं । यह क्रम 31 दिसम्बर तक जारी रहता है । अत्यधिक शराब का सेवन इस समय होता है । जिससे अत्यधिक वाहन दुर्घटना एवं आत्महत्या जैसी घटनायें घटित होती है । देश की राजधानी दिल्ली में हालात यह है कि अधिक प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद करवाना पड़ा । विकास के नाम पर हमने हमारे पेड़ – पौधों और जंगलो को क्षति पहुंचाई परिणाम स्वरूप प्रदूषण की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है । हम सब को कोरोना माहमारी से पूर्ण रूप से छुटाकारा नहीं मिला है । कोरोना माहमारी से ग्रसित लोगों के लिए फटाखे जानलेवा है । इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए लाखों लोगों की जिन्दगी बचाने हेतु 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक फटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाने की मांग की। ज्ञापन देते समय शिक्षाविद विशाल चउत्रे आधुनिक चिंतक हरशुल रघुवंशी , कुनबी समाज के युवानेता अंकित ठाकरे , राष्ट्रीय बजरंगदल से नितेश साहू , कलार समाज के प्रतिष्ठित सुजीत सूर्यवंशी , साहू समाज के ओमप्रकाश साहू , पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले ,अखिल भारतीय नारी रक्षा मंच से दर्शना खट्टर , सुमन दोईफोड़े , डॉ.मीरा पराडकर , छाया सूर्यवंशी ,
युवा सेवा संघ के नितिन डोईफोडे , ओमप्रकाश डेहरिया , आई.टी.सेल प्रभारी भूपेश पहाड़े मुख्य रूप से उपस्थित थे ।