बेंगलुरु, आइएएनएस – पृथ्वी पर जीवन के सबसे प्रारंभिक रूप माने जाने वाले ये सूक्ष्म जीवाश्म आकार में एक मिलीमीटर से भी कम के हैं। इसका निर्माण बैक्टीरिया, फफूंद और अन्य सूक्ष्म जीवों के अवशेष से हुआ है। घोष ने इन जीवाश्म को 200 करोड़ साल पुराने कॉर्बेनेशियस शेल (कार्बन और उसके यौगिक से बना पत्थर) से प्राप्त किया। इन सूक्ष्म जीवाश्म की बाहरी परत सिलिकासे बनी है और भीतरी संरचना कार्बोनेट की है।घोष के अनुसार कॉर्बेनेशियस शेल में पाए गए इन जीवाश्म के आकार और विभाजन से ज्ञात होता है कि ये सूक्ष्मजीवों के अवशेष हैं। उन्होंने माइक्रोस्कोप की मदद से इन शेल का अध्ययन किया। 200 करोड़ साल पुराने जीवों का मिलना ‘ग्रेट ऑक्सिजनेशन इवेंट’ से भी मेल खाता है। इस प्रक्रिया के बाद पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा में बढ़ोतरी होने से जीवन के विकास की श्रृखंला बनी थी।