चंडीगढ़ – पंजाब में अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम में बड़े घाेटाले का खुलासा हुआ है। राज्य में निजी कॉलेजों द्वारा किए गए इस गोलमाल का आंकड़ा 500 करोड़ रुपये के करीब पहुंच चुका है। इसका खुलासा पंजाब सरकार की ओर से स्कॉलरशिप स्कीम को लेकर किए जा रहे ऑडिट में हुआ है। इस संबंध में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्रवाई का अादेश दिया है। इसके बाद यह विचार किया जा रहा है कि यह गोलमाल करने वाले कॉलेजों को क्या दंड दिया जाए। अॉडिट में खुलासा हुआ है कि स्कॉलरशिप के लिए केंद्र से आने वाले फंड के लिए 250 से अधिक निजी संस्थानों ने फर्जी दाखिले दिखाकर गोलमाल किया है। सरकार ने अभी तक 900 कॉलेजों का आडिट करवा लिया है। ऑडिट का काम लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है। अभी तक की आई रिपोर्ट के अनुसार गोलमाल का आंकड़ा 500 करोड़ के करीब पहुंच चुका है। वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जाली दाखिले दिखा कर फंड हड़पने वाले कॉलेजों के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आदेश तो दे दिए हैं, लेकिन विभाग अभी इस बात पर विचार कर रहा है कि क्या कार्रवाई की जाए। अगर दोषी कॉलेजों की पूरी स्कॉलरशिप रोकी जाती है, तो सही पाए जाने वाले विद्यार्थियों के भविष्य पर असर पड़ेगा। विभाग इस बात पर विचार कर रहा है कि स्कॉलरशिप तो जारी की जाए, साथ ही कॉलेज प्रशासन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाए, ताकि विद्यार्थियों का भविष्य न खराब हो।