नई दिल्ली – तहलका मैगजीन के संस्थापक तरुण तेजपाल मामले की सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट के जज पीछे हट गए हैं। जस्टिस एल नागेश्वर राव ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया। तरुण तेजपाल ने बांबे हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने खुद पर लगाई गई दुष्कर्म व अन्य धाराओं को खत्म करने की अपील की थी। शुक्रवार को उनके मामले की सुनवाई जस्टिस एल नागेश्वर राव व एसए बॉब्दे की बेंच में होनी थी। जैसे ही जज सुनवाई के लिए बैठे और तेजपाल की तरफ से कपिल सिब्बल ने मामले में जिरह शुरू की, तभी राव ने खुद को सुनवाई से अलग करने का फैसला लिया। सिब्बल ने मामले से जुड़े एक दस्तावेज की तरफ इशारा किया था। उसी दौरान बॉब्दे ने कहा कि मामले को किसी ऐसी बेंच के सामने लिस्ट करें, जिसमें राव न हो। शुरुआत में उन्होंने कहा था कि हम हाई कोर्ट के फैसले में दखल नहीं दे रहे हैं। बांबे हाई कोर्ट की गोवा बेंच ने तेजपाल की याचिका को 20 दिसंबर 2017 को खारिज कर दिया था। इसमें उन्होंने खुद पर लगाई गई दुष्कर्म व अन्य धाराओं को खत्म करने की अपील की थी। इससे पहले गोवा के मापोसा कस्बे की ट्रायल कोर्ट ने तेजपाल के खिलाफ आरोप तय किए थे।