अबोहर –पंजाब सरकार द्वारा किसानों के कर्ज माफी की घोषणा को पूर्ण रूप से लागू न किए जाने के चलते भी किसानों द्वारा आए दिन आत्महत्याएं करने का सिलसिला जारी है। इसी के चलते कर्ज में डूबे बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र के गांव खुईखेड़ा रूकनपुरा निवासी सुरजीत सिंह ने आत्महत्या कर ली। 37 वर्षीय मृतक सुरजीत सिंह के पिता सुखविंद्र सिंह ने बताया कि उनके पिता आजाद ङ्क्षहद फौज में सिपाही के रूप में कार्यरत थे। उनके पिता की मौत के बाद सरकार द्वारा उन्हें पैंशन तो दी गई, लेकिन परिवार के किसी सदस्य को नौकरी नहीं दी गई। 7 एकड़ जमीन में पिछले काफी समय से फसल अच्छी न होने के कारण उन्होंने 3 वर्ष पूर्व गांव वरियामखेड़ा में बने एच.डी.एफ.सी. की शाखा से 7 लाख रुपए का कर्ज लिया था जो न उतार पाने के कारण अब 10 लाख हो चुका था, जबकि आढ़तियों से लिए गए करीब 3 लाख रुपए के कर्ज को न उतार पाने के कारण पिछले काफी समय से परेशान रहता था। सुरजीत ने सल्फास का सेवन कर लिया। इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे फरीदकोट रैफर कर दिया गया, जहां ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।