नई दिल्ली – आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता खत्म होने के बाद विपक्ष जनता के बीच जाने के लिए आतुर है। चुनाव आयोग के फैसले और राष्ट्रपति की उस पर हरी झंडी के बाद यह तय माना जा रहा है कि मामला जनता दरबार में जाना तय है। विपक्ष भी उपचुनाव के लिए तैयारी में जुट गया है। अपने 20 विधायकों की सदस्यता गवां चुकी आम आदमी पार्टी (आप) की राह आगे और मुश्किल होने वाली है। विपक्ष की नजर इन 20 सीटों पर संभावित उपचुनाव पर है। इसे लेकर उसने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। बवाना अग्निकांड हो या सीलिंग का मुद्दा या फिर उसके मंत्रियों व विधायकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप विपक्ष इन्हें धार देकर सरकार को कठघरे में खड़ा करेगा। इसकी शुरुआत भी हो गई है। सरकार के खिलाफ भाजपा व कांग्रेस के नेता सड़क पर उतरने लगे हैं, आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आएगी।