नई दिल्ली : मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई हाथापाई मामले में सीएम केजरीवाल को गवाही देनी पड़ेगी, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें आरोपी बनाया जा सकता है। उनके साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी सह आरोपी या गवाह बनाया जा सकता है। हालांकि ये आगे की जांच पर निर्भर है। केजरी के पीएस वीके जैन के कोर्ट में हुए बयानों से साफ हो गया है कि दोनों लोग घटना के समय मौजूद थे और उन्होंने मुख्य सचिव को बचाने का कोई प्रयास नहीं किया। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अब ये बयान जांच में आरोपी की तरह दर्ज होंगे या फिर एक गवाह के तौर पर,ये जांच में तय होगा। क्योंकि शुक्रवार को जो साक्ष्य मौके से मिले हैं उनसे ये बात तो साफ है कि घटना के साक्ष्य मिटाने के प्रयास हुए हैं, सीसीटीवी की फुटेज से छेड़छाड़ भी की गई है। जहां घटना हुई है, वहां कैमरा नहीं लगा है और अभी तक सीएम और डिप्टी सीएम ने जो बातें सोशल मीडिया पर कही हैं, वे घटना से मेल नहीं खाती हैं।