लखनऊ, 6 अक्तूबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)- लंबे टकराव के बाद आखिरकार यूपी सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार, राज्य सरकार ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तीन अन्य कांग्रेस नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी है। कांग्रेस नेता लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ित दो परिवारों से मिल सकेंगे। राहुल और प्रियंका के साथ भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी और एक अन्य नेता लखीमपुर खीरी जाएंगे।
सूचना के अनुसार, राहुल गांधी लखनऊ के लिए रवाना हो चुके हैं। लखनऊ से वह सीतापुर जाएंगे जहां उनकी बहन प्रियंका को हिरासत में रखा गया है। यहां से दोनों लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
लखीमपुर खीरी रवाना होने से पहले कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भारत में बीते कुछ समय से किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है। एक तो किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है, उनका मर्डर किया जा रहा है. बीजेपी के गृह राज्य मंत्री की बात हो रही है, उनके पुत्र की बात हो रही है, लेकिन उन पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है उन्होंने कहा कि किसानों पर लगातार हमले हो रहे हैं, इससे पहले उनकी ज़मीन छीनी गई, तीन नए क़ानून लाए गए। इसलिए किसान धरने पर बैठे हैं। सरकार को किसानों की ताक़त का अंदाज़ा नहीं है।
रविवार को हुई हिंसा में 9 लोगों की मौत के बाद विपक्ष के सभी बड़े नेता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। प्रियंका गांधी रविवार रात को ही दिल्ली से लखीमपुर खीरी के लिए निकल पड़ीं हालांकि सीतापुर में उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उन्हें पीएसी गेस्ट हाउस में रखा गया है। प्रियंका गांधी के खिलाफ मंगलवार को धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की गई है।