Web Desk -Harsimranjit Kaur
लखनऊ, 8 अक्तूबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)- निघासन विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट का दावा कर रहे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को कुछ स्थानीय लोग जानते थे। यूपी के कुछ लोग उन्हें पहचानते थे। आज पूरा देश उन्हें जानने लगा है लेकिन यह छवि किसी नायक की नहीं बल्कि खलनायक की बन चुकी है। लखीमपुर घटना में पुलिस के सामने आशीष की 10 बजे तक पेशी होनी थी, पर वह अब नहीं आए हैं।
लखीमपुर खीरी कांड में एक तरफ सियासत चल रही है तो दूसरी तरफ जांच में भी तेजी आ गई है। पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आज केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को सुबह 10 बजे पुलिस लाइन में हाज़िर होने का समन दिया था लेकिन वह अभी तक पुलिस के सामने पेश नहीं हुआ।
लखीमपुर खीरी में गाड़ियों के काफिले ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया। इस काफिले में सबसे आगे थार चल रही थी। सबसे पहले थार किसानों को कुचलते हुए तेजी से आगे बढ़ी और फिर पीछे से अन्य दो गाड़ियां निकलीं।
विपक्ष से लेकर किसान संगठन और स्थानीय लोग आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों ने भी कहा ही के जब तक मोनू गिरफ्तार नहीं होता उन लोगों को न्याय नहीं मिलेगा। इधर कुछ चैनल्स का दावा है कि आशीष मिश्रा गिरफ्तारी से बचने के लिए नेपाल भाग गया है।
किसानों का आरोप है कि जिस गाड़ी से प्रदर्शनकारियों को कुचला गया उस गाड़ी में आशीष मिश्रा सवार था हालांकि इन आरोपों का आशीष और उनके पिता ने खंडन किया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस जारी करके जांच में शामिल होने को कहा है। साथ ही आशीष की बेगुनाही का सबूत भी मांगा है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी है कि मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी के साथ साथ मंत्री को भी इस्तीफा देना होगा नहीं तो किसान आंदोलन करेंगे।