छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- धार्मिक एवं समाजिक संगठनों ने म.प्र. शासन के पूर्व शिक्षा मंत्री नानाभाऊ मोहोड़ से सौजन्य भेंट कर हिन्दू राष्ट्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनजंय देसाई के विचारों का पालन करवाये जाने हेतु लिखित रूप से निवेदन किया। पत्र में बताया कि 5 दिसम्बर को शुभमंगला यू- ट्यूब चैनल पर एक वार्ता हुई जिसमें हिन्दू राष्ट्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनंजय देसाई ने कहा कि आशारामजी बापू की लड़ाई आशाराम बापू की है ही नहीं ! यह लड़ाई सनातन संस्कृति की है। मैं आशाराम बापू के लिए नहीं बोल रहा हूँ बल्कि मैं मेरे रक्त शुद्धि के लिए बोल रहा हूँ। मेरी धरोहर , मेरी परम्परा मेरे पूरखों की पुण्याई के बार में बोल रहा हूँ।आशाराम बापू नहीं है संकट में परंतु आप और हम और हमारी संस्कृति संकट में है । जैसे सीमा पर कोई सैनिक को बेहोश कर दे तो सैनिक संकट में नहीं वरन देश संकट में आ जाता है । आशाराम बापू जैसे महापुरूष , योगी के उपर चरित्र लांछन का आरोप लगाकर उनको संकट में नहीं लाया बल्कि भारतीय संस्कृति को भारतीय धर्म को भारतीय जीवन पध्दती को , सनातन धर्म को संकट में लाया गया। षड़यंत्रकारी संविधान का आधार लेकर संविधान का ही गला घोट रहें हैं । जिस संत ने “मातृ – पितृ पूजन” दिवस जैसे आयोजन को विश्व के 167 देशों ने फैलाकर समस्त मानव जाति के लिए कार्य किया , “तुलसी पूजन दिवस” को विश्व व्यापी बनाकर सम्पूर्ण मानवजाति को पर्यावरण प्रदूषण के संकट से छुटकारा दिलाया , लाखों लोगों धर्मान्तरण से बचाकर लाखों लोगों की घर वापसी करवाई , करोड़ों लोगों को
शराब- मांस एवं नशे की लतों से निजात दिलवाया । आयुर्वेद की महता से अवगत कराया तथा करोडो – करोड़ों लोगों को एलोपैथिक के दुष्प्रभाव से बचाया। देश की लाखों गायों को कत्लखाने जाने से बचाकर उनको नया जीवन दिया । वहीं सन 1993 में स्वामी विवेकानंदजी के बाद विश्व धर्म संसद शिकागो को संबोधित कर सारे विश्व में आध्यात्मिक क्रांति लाई ऐसे संत को जेल में रखकर हिन्दू राष्ट्र की कल्पना करना पूरी तरह बेईमानी है। धनंजय देसाई के विचारों का विधिवत पालन करवाये जाने का निवेदन किया। साथ ही उक्त आवेदन पत्र को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट को प्रेषित किया। सौजन्य भेंट के दौरान साध्वी रेखा बहन, साध्वी प्रतिमा बहन, शिक्षाविद विशाल चउत्रे , आधुनिक चिंतक हरशुल रघुवंशी , कुनबी समाज के युवानेता अंकित ठाकरे , राष्ट्रीय बजरंगदल से नितेश साहू , कलार समाज के प्रतिष्ठित सुजीत सूर्यवंशी , साहू समाज के ओमप्रकाश साहू , पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले ,अखिल भारतीय नारी रक्षा मंच से दर्शना खट्टर , सुमन दोईफोड़े , डॉ.मीरा पराडकर , छाया सूर्यवंशी ,युवा सेवा संघ के नितिन डोईफोडे , ओमप्रकाश डेहरिया , आई.टी.सेल प्रभारी भूपेश पहाड़े मुख्य रूप से उपस्थित थे।