भिखीविंड 04 अगस्त (रनबीर सिंह):भले ही मौजूदा सरकार ने 4 हफ्ते के अंदर ड्रग्स को खत्म करने का दावा किया था। लेकिन असली तस्करों पर नकेल कसने के बजाय पुलिस ने छोटे-मोटे नशा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की, जो नशे के आदी थे और नशे का सेवन करते थे। उन्हें पकड़कर जेलों में डाल दिया गया और जो बड़े मगरमच्छ थे। वह खुलेआम नशीले पदार्थों का कारोबार कर रहे है और पुलिस उन बड़े तस्करों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप सब डिवीजन भिखीविंड के अंतर्गत आने वाले गांवों में नशे के ओवरडोज से युवाओं की मौत हो रही है. लेकिन फिर भी पुलिस इन छोटे मोटे नशा तस्करों को पकड़ रही है, जबकि बड़े-बड़े मगरमच्छ अभी भी नशे के धंधे में बड़े पैमाने पर कुछ राजनीतिक नेताओं की आड़ में नशा तस्करी का धंधा जोर शोर से कर रहे हैं.हमारे पत्रकार द्वारा विभिन्न गांवों के लोगों से जानकारी एकत्र की गई जिसमें पता चला कि गांवों की सुनसान जगह को नशा करने वाले नशेड़ी अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है और नशा करने के लिए इन जगहों पर ही जाते हैं। हमारे पत्रकार द्वारा प्राप्त की गई जानकारी के अन्तर्गत पता चला कि और भी बहुत सारे गाँव मे अन्य सुनसान जगहों पर भी ड्रग्स और बहुत सारे नशे का सेवन नशेड़ियों द्वारा किया जा रहा हैं। नशा करने वालों की बात करें तो नशा करने वालों को हेरोइन, स्मैक,चिलम, भांग, और नशा छुड़वाने के लिए सरकारी अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली गोलियों को पानी में घोलकर नशेड़ियों द्वारा इंजेक्शन बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है. आपको बता दें कि इस नशे के कारोबार में गांव के कुछ मेडिकल स्टोर के मालिक भी शामिल हैं। जिनसे नशा करने वाले नशेड़ी नशे की वैल,इंजेक्शन, सीरिंज आदि ले रहे हैं और मैडीकल अधिकारी व ड्रग इंस्पेक्टर को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. उल्लेखनीय है कि पुलिस नशा करने वालों को पकड़ने और उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का दावा कर रही है. लेकिन पुलिस बड़े तस्करों की भी अनदेखी कर रही है. बड़े तस्करों के प्रति पुलिस की लापरवाही हलका खेमकरण की युवा पीढ़ी के लिए खतरा साबित हो सकती है. ज्ञात हो कि सब डिवीजन भिखीविंड अंतर्गत गांवों के कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमारे गांवों में खुलेआम नशा बेचा जा रहा है. हमने कई बार पुलिस को इसकी सूचना दी है। लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गांवों की बात करें तो ये हैं पूहला, अमीशाह, खालरा,मारीमेघा, सुरसिंह, राजोक, वा तारा सिंह, दयालपुरा, घुरकविंड, अल्गोठी, वल्टोहा, अमरकोट, कालसियां खुर्द,दोदे सोढियां, दंल, दलीरी, महिंदीपुर खेमकरण और उप. कई अन्य गांव हैं जैसे सब डिवीजन भिखीविंड आदि। जिसमें पुलिस की नाक के नीचे खुलेआम नशीला पदार्थ बिक रहा है.लेकिन यह पता नहीं चलता कि पुलिस कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती