छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)-सँस्कृत पुस्तकोन्नति सभा द्वारा संचालित सन्त श्री आशारामजी गौशाला में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी गोपाष्टमी हर्षोल्लास से मनाई गई। हमारे शास्त्रों में गीता , गंगा और गाय का विशेष महत्व है। जिले भर के कई धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने कार्यक्रम में शिरकत की । सभी ने गायों की विधिवत पूजा-अर्चना कर दलिया, गुड़ और रोटी खिलाई । सभी संगठनों ने जैविक खेती का नजारा देखकर गायों के रखरखाव पर प्रसन्नता जाहिर की । गौशाला प्रबंधक ने बहुत ही सुंदर तरीके से गायों को रखा जिसमें दूध देने वाली गाय अलग, गर्भवती गाय अलग , बुजुर्ग गाय अलग , बीमार गाय अलग , बछड़े अलग। उक्त गौशाला में कत्लखाने से बचाई गई पुलिस अभिरक्षा की लगभग 450 गायों की म्रत्यु दर में कमी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय है। यह कार्यक्रम देश भर के 550 आश्रमो में मनाया जा रहा है । पूज्य बापूजी को गायों से बहुत स्नेह है। इसलिए लगभग सभी आश्रमो में गौशाला जरूर होती हैं। इन सभी गौशाला में लगभग 18 हजार गायें निवासरत हैं। जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत गाय पुलिस अभिरक्षा की है जो क़त्लखाने जाने से बचाई गई है।
गोबर गैस प्लांट एवं सौर ऊर्जा प्लांट भी आकर्षण का केंद्र रहा; जहां गौशाला प्रतिदिन लगभग 145 यूनिट बिजली सरकार को मुफ्त में दान देती है। समय-समय पर IAS प्रशिक्षु एवं अन्य जिले के किसान और पशुपालक यहाँ प्रशिक्षण लेने आते हैं। मुख्य अतिथि के रूप में म.प्र. भाजपा के महामंत्री एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कन्हईराम रघुवंशी उपस्थित थे। इस दैवीय कार्य मे साध्वी रेखा बहन, साध्वी प्रतिमा बहन, समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , गौशाला संचालक जयराम भाई, गुरुकुल की संचालिका दर्शना खट्टर, ज्ञानदास मोहने, युवा सेवा संघ के अध्यक्ष, दीपक दोईफोड़े , राधेश्याम मोहने, ओमप्रकाश भाई, दिनेश भाई, महिला समिति से सुमन दोईफोड़े, विमल शेरके, डॉ. मीरा पराडकर, छाया सूर्यवंशी, करुणेश पाल, शकुंतला कराडे, वनीता सनोडिया, योगिता पराडकर ने अपनी अपनी सेवाए दी।