चंडीगढ़ (शिव नारायण जांगड़ा): भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हुए नुकसान को लेकर अब डैमेज कंट्रोल की कवायद की है। बीजेपी ने वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश धनखड़ को भाजपा का हरियाणा अध्यक्ष नियुक्त किया है। ओपी धनखड़ ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक से एमएड की शिक्षा हासिल की है। वह 11 वर्षों तक शिक्षक भी रहे।
हरियाणा में लगातार दूसरी बार जाट नेता को प्रदेश संगठन की पार्टी ने कमान मिली है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला भी जाट बिरादरी से थे।
धनखड़ की नियुक्ति से संकेत मिल रहे हैं कि 2019 के विधानसभा चुनाव में जाटों की नाराजगी के कारण हुए नुकसान चलते ओपी धनखड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में थे, मगर जे पी नड्डा ने ओम प्रकाश धनखड़ के नाम पर मुहर लगा दी।
हरियाणा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ मनोहर लाल खट्टर की पिछली सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं। परंतु वे 2019 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।
ओम प्रकाश धनखड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्टेच्यू ऑफ यूनिटी आयरन कलेक्शन कॉरपोरेशन के वह नेशनल कोआर्डिनेटर रह चुके हैं। हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले ओपी धनखड़ 18 साल तक संघ और उससे जुड़े संगठनों के साथ काम कर चुके हैं। वह 1980 से 1996 के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे। स्वदेशी जागरण मंच से भी जुड़ाव रहा। फिर 1996 में संघ ने उन्हें बीजेपी में भेजा। बीजेपी संगठन का वह हिमाचल प्रदेश में भी दायित्व देख चुके हैं।
संगठन में काम करने के दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जान-पहचान हुई थी। 2014 में पार्टी ने उन्हें रोहतक सीट से लोकसभा का टिकट देकर मैदान में उतारा था मगर वह चुनाव हार गए थे। फिर 2014 के विधानसभा चुनाव में बादली सीट से विधायक बने। इसके बाद मनोहर लाल खट्टर की सरकार में वह कैबिनेट मंत्री बने। हालांकि मंत्री रहते हुए 2019 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे। अब पार्टी ने उन्हें प्रदेश संगठन की कमान सौंपी है।