नयी दिल्ली, 14 जुलाई (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
दिल्ली में शुक्रवार को हालात और बदतर हो गये। उफान पर बह रही यमुना नदी का पानी मध्य दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के प्रवेश द्वार तक पहुंच गया। इंद्रप्रस्थ के पास दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण आईटीओ चौक, राजघाट और आसपास के इलाके जलमग्न हो गये। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा सेना से मदद मांगने के निर्देश दिए। इस बीच, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर इलाके में बाढ़ के पानी में नहाते वक्त तीन लड़के डूब गये। उनकी उम्र 10 से 12 साल के बीच थी।
शुक्रवार शाम 6 बजे यमुना का जलस्तर घटकर 208.17 मीटर पर आ गया, जो सुबह 8 बजे 208.42 मीटर था। जलस्तर थोड़ा कम होने के बावजूद जलभराव से राहत नहीं मिली। अधिकारियों को कई जगह यातायात आवाजाही पर पाबंदियां लगानी पड़ीं। इस बीच, मौसम विभाग ने दिल्ली में शनिवार को मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है, जबकि शुक्रवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई।
आप ने हरियाणा सरकार पर जड़े आरोप
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में बाढ़ आई है। उन्होंने प्रेसवार्ता मेें कहा, ‘हथिनी कुंड बैराज से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लिए पूर्वी और पश्चिमी नहर निकलती है, लेकिन सिर्फ दिल्ली के लिए पानी छोड़ा गया। हरियाणा सरकार 10 जुलाई से ही एक दिशा में पानी छोड़ रही है, जबकि तीनों राज्य में एक समान रूप से पानी वितरित किया जा सकता था। दिल्ली में आई बाढ़ एक संगठित योजना है। भाजपा ने जानबूझकर राष्ट्रीय राजधानी को इस स्थिति में धकेल दिया।’ आप नेता सोमनाथ भारती ने भी दिल्ली की बाढ़ को ‘भाजपा निर्मित आपदा’ बताया। भारती ने आरोप लगाया, ‘उत्तर प्रदेश और हरियाणा की पूर्वी और पश्चिमी नहर पूरी तरह सूखी पड़ी हैं। पानी जानबूझकर दिल्ली की तरफ छोड़ा गया।’