गुरुग्राम, 5 सितंबर (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
नूंह हिंसा की जांच और गिरफ्तारियों के बीच गैंग 0011 का नाम उजागर हुआ है, जिसने हिंसा से एक दिन पहले 60 लोगों के व्हाट्सएप के माध्यम से 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा पर हमले की साजिश रची थी। बजरंग दल की यात्रा को किसी भी तरह से कामयाब नहीं होने देने के लिए 30 जुलाई को रची गई साजिश के तहत 31 जुलाई को हिंसा, आगजनी, खून-खराबे की वारदात को अंजाम दे दिया गया। नूंह के आरोपियों की धरपकड़, गिरफ्तारियों के बीच पुलिस ने गैंग 0011 के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप संचालित करने वाले इसके एडमिन को गिरफ्तार किया है। नूंह के ही फिरोजपुर नामक गांव से गिरफ्तार किए गए आरोपी वसीम उर्फ टीटा ने पुलिस पूछताछ में राज उजागर किए। नूंह पुलिस के रडार पर 20 व्हाट्सएप ग्रुप हैं, जिनकी गहनता से पुलिस जांच कर रही है। ऐसे ग्रुपों को चलाने वाले और उनसे जुड़े लोगों की भूमिका नूंह दंगों में संदेह के घेरे में है। नूंह में जिस तरह से चंद मिनटों में ही उपद्रव फैला, उसी को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं।