छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू)- जबलपुर में परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से श्री योग वेदांत सेवा समिति ट्रस्ट इंदौर की शाखा जबलपुर द्वारा ग्राम देवरी में आदिवासी असहाय परिवारों को एकत्रित कर कम्बल, खजूर, और वार्षिक कलेंडर वितरित कर भोजन प्रसाद दिया गया। विश्व के 167 देशों में मनाया जाने वाला ” मातृ – पितृ पूजन दिवस ” की शुरुआत भी श्री योग वेदांत सेवा समिति जबलपुर के द्वारा आज के कार्यक्रम से की गई। सन्त श्री आशाराम जी महिला उत्थान मंडल के द्वारा भोजन प्रसादी का भंडारा तैयार किया गया । महिला उत्थान मंडल की बहन नम्रता के द्वारा आदिवासी ग्रामीण समाज की नवचेतना को जगाये रखने और भारतीय संस्कृति की धरोहर को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए माता पिता का पूजन करवाया गया। माँ पार्वती और भगवान शंकर का जिस तरह भगवान गणेश ने पूजन किया वह कथा का श्रवण भी आदिवासी समाज के लोगो ने किया। आगामी 14 फरवरी तक जगह – जगह , स्कूल- स्कूल और भागवत कथाओं में ‘ श्री योग वेदांत सेवा समिति ‘ माता पिता पूजन का आयोजन सम्पन करवाएगी। बच्चों में , विद्यार्थियों में , युवाओं में अपने – अपने माता-पिता के प्रति पूज्य भाव प्रकट हो, इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रतिवर्ष यह आयोजन सम्पन्न करवाये जातें हैं ऐसी जानकारी समिति के उपाध्यक्ष श्री अनिल गुप्ता जी ने दी। ट्रस्ट के द्वारा मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की समितियों से यह आह्वाहन किया गया है कि सर्दियों में जगह जगह कम्बल वितरण के साथ साथ माता पिता का पूजन भी किया जाए जिससे लोगो को शारीरिक लाभ के साथ आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त हो। योग वेदांत सेवा समिति एवं महिला उत्थान मंडल की बहनो के द्वारा कम्बल वितरण के उपरांत भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस दैवीय कार्य में समिति के श्री महेश छलोत्रे, जयरामदास सदीजा, जनमेजय सूर्यवंशी, श्री मंगलानी, अरुण कुमार तिवारी, राजकुमार साहू, रज्जन पटेल, सौरव लोधी, किशोर भाई, अनिल झरिया, ग्राम देवरी के साधक गुलाब पटेल के सहयोगी एवं महिला मंडल की अध्यक्ष लता रघुवंशी, माया छलोत्रे, गिरजा पटेल, माया सोनी, मीना गुप्ता, ममता रायकवार, लता साहू, नन्दनी सोनी, संध्या तिवारी, रुचि चौकसे, प्रेम लता पटेल, दीप्ति सोनी का सहयोग मुख्य रूप से रहा। जबलपुर आश्रम के संचालक सहदेव भाई, दिनेश भाई, आत्माराम भाई का सहयोग एवं मार्गदर्शन भी सराहनीय रहा। ग्राम देवरी के सरपंच करन ने कार्यक्रम की प्रशंसा की एवं ऐसे कार्यक्रम प्रतिवर्ष हो ऐसी समिति से प्रार्थना की ।