चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़/फाजिल्का, 28 जून:
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच एक दशक की सबसे बड़ी अफीम बरामदगी में फाजिल्का पुलिस ने झारखंड से संचालित एक अंतरराज्यीय अफीम तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया व उनके पास से 66 किलोग्राम अफीम बरामद की गई है, जिसे उनकी मारुति स्विफ्ट कार के नीचे विशेष रूप से डिजाइन किए गए डिब्बों में छिपाकर रखा गया था।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचा सुखयाद सिंह उर्फ याद गांव दलमीर खेड़ा और फिरोजपुर के गांव भम्मा सिंह वाला के जगराज सिंह के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने अफीम की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा उनके कब्जे से 40,000 रुपए की ड्रग मनी, 400 ग्राम सोना के साथ उनकी स्विफ्ट कार (पीबी 05 एसी 5015) और एक ट्रैक्टर भी जब्त किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इस मामले में आगे की वित्तीय जांच और सावधानीपूर्वक कार्रवाई के परिणामस्वरूप 42 बैंक खातों का पता चला है, जिनका इस्तेमाल संगठित अफीम सिंडिकेट द्वारा वित्तीय लेनदेन के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि 24 घंटे से भी कम समय में वित्तीय सुराग मिलने के बाद, फाजिल्का पुलिस ने सभी 42 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, जिसमें 1.86 करोड़ रुपए की भारी मात्रा में ड्रग मनी की आय है।
डीजीपी ने कहा कि फाजिल्का पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
ऑपरेशन विवरण साझा करते हुए एसएसपी फाजिल्का डॉ. प्रज्ञा जैन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि वे झारखंड से अफीम ले जाने के आदी हैं और अपनी स्विफ्ट कार में भारी मात्रा में अफीम लेकर झारखंड से श्री गंगानगर के रास्ते दलमीर खेड़ा लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी अबोहर अरुण मुंडन के नेतृत्व में एसएचओ पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर रमन कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ अबोहर-गंगानगर रोड पर बस स्टैंड गांव सप्पन वाली पर एक रणनीतिक नाकाबंदी की और संबंधित वाहन को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने बताया कि चालक द्वारा भागने के प्रयास के बावजूद पुलिस पार्टी ने दोनों आरोपियों को सफलतापूर्वक पकड़ लिया और उनके कब्जे से 66 किलोग्राम अफीम और 40,000 रुपए की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने बताया कि पीछा करने के दौरान एक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया।
एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस टीमों ने इस गिरोह के पीछे की बड़ी मछली की भी पहचान कर ली है और गिरोह पिछले दो दशकों से तस्करी में लिप्त है और उस पर हत्या के प्रयास, चोरी, आबकारी अधिनियम और एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कम से कम नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस स्टेशन खुइयां सरवर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 (अफीम पोस्त और अफीम के संबंध में उल्लंघन के लिए सजा), 27ए (जो कोई भी ड्रग पेडलर्स को वित्तपोषण या शरण देने में लिप्त है) और 29 (उकसाने और आपराधिक साजिश के लिए सजा) के तहत एफआईआर नंबर 71 तिथि 26.06.2024 को मामला दर्ज किया गया है।
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