चंडीगढ़, 20 फरवरी:
पंजाब के सरकारी स्कूलों से पास होने वाले विद्यार्थियों के सपनों को साकार करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों तक पहुँचने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। इसके तहत उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने, उन्हें समझने और पूरा करने में सहायता प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन फॉर्म भरवाया गया है।
इस पहल के बारे में जानकारी साझा करते हुए पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि विभाग की ओर से 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं देने वाले सभी विद्यार्थियों के साथ एक गूगल फॉर्म साझा किया गया है।
स हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि इस फॉर्म के साथ मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान का शुभकामनाओं भरा संदेश भी भेजा गया है। इस फॉर्म में विद्यार्थियों से उनकी भविष्य की योजनाओं, जैसे उच्च शिक्षा, उद्यमिता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और दीर्घकालिक लक्ष्यों के बारे में पूछा गया है। एकत्रित की जाने वाली जानकारी से राज्य सरकार को विद्यार्थियों की शैक्षणिक और व्यावसायिक योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए उचित योजना बनाने में सहायता मिलेगी।
स हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि यह पहल राज्य सरकार को विद्यार्थियों की इच्छाओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्कूल प्रमुखों को पहले ही यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी विद्यार्थी व्यक्तिगत रूप से यह “एस्पिरेशन फॉर्म” भरें और विद्यार्थियों को इसे भरने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करें। इस पहल की निगरानी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं, ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक नोडल अधिकारी (बी.एन.ओ.) इसकी निकट से निगरानी करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यालय के अधिकारी लाइव डैशबोर्ड के माध्यम से बैकएंड सहायता प्रदान करेंगे, जिससे प्रत्येक जिले में भरे गए फॉर्मों की प्रगति को ट्रैक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों के साथ मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान का शुभकामनाओं भरा संदेश भी साझा किया गया है। इस पत्र में मुख्यमंत्री ने न केवल प्रत्येक विद्यार्थी को दिल से शुभकामनाएँ दी हैं, बल्कि इस महत्वपूर्ण समय में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर भी जोर दिया है। उन्होंने परीक्षाओं से जुड़े तनाव को प्रबंधित करने के लिए विद्यार्थियों को मार्गदर्शन भी प्रदान किया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों को शैक्षणिक रूप से ही नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी सहायता प्रदान करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें।