करगिल युद्ध की सालगिरह के मौके पर राजनाथ सिंह लद्दाख के द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पहुंचे. यहां उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बुधवार (26 जुलाई) को करगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) के मौके पर लद्दाख के द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने देश के लिए जान न्योछावर करने वाले वीर सपूतों को नमन किया.
राजनाथ सिंह ने कहा, “आज भारत रूपी जो विशाल भवन हमें दिखाई दे रहा है, वह हमारे वीर सपूतों के बलिदान की नींव पर ही टिका है. भारत नाम का यह विशाल वटवृक्ष, उन्हीं वीर जवानों के खून और पसीने से अभिसिंचित है. अपने हजारों सालों के इतिहास में, इस देश ने अनेक ठोकरें खाईं हैं, पर अपने वीर जवानों के दम पर यह बार-बार उठा है.”
‘पाकिस्तान को ही नहीं पूरी दुनिया को दिया संदेश’
राजनाथ सिंह ने कहा, “करगिल की वह जीत पूरे भारत की जनता की जीत थी. भारतीय सेनाओं ने, 1999 में कारगिल की चोटियों पर जो तिरंगा लहराया था वह केवल एक झंडा भर नहीं था, बल्कि वह इस देश के करोड़ों लोगों का स्वाभिमान था. हमने सिर्फ पाकिस्तान को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि जब बात हमारे राष्ट्रीय हितों की आएगी, तो हमारी सेना किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगी.”
राजनाथ सिंह ने बताया क्यों जीतने के बाद भी पार नहीं किया LoC
रक्षा मंत्री ने जवानों की सराहना करते हुए कहा, “भारतीय सेना के जवानों के सामने ऐसे खतरे आते रहते हैं, जहां उनका सामना मौत से होता रहता है लेकिन वह बिना डरे, बिना रुके सिर्फ इसलिए मौत से भिड़ जाते हैं, क्योंकि उन्हें पता होता है कि उसका अस्तित्व उसके राष्ट्र से है. 26 जुलाई 1999 को, युद्ध जीतने के बाद भी हमारी सेनाओं ने अगर LoC पार नहीं किया तो वह इसलिए कि हम शांतिप्रिय हैं. भारतीय मूल्यों के प्रति हमारा विश्वास है”
राजनाथ सिंह की पाकिस्ता को चेतावनी
पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “उस समय अगर हमने LoC पार नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे. हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं, और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे. इसका मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं.”