5 अक्तूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के रामलवास गांव के निवासियों ने मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। गांव के लोग अवैध खनन और जल दोहन की समस्याओं से काफी परेशान हैं और जब उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो उन्होंने सामूहिक रूप से वोट न डालने का फैसला किया। मतदान केंद्र पर अब तक कोई भी वोट नहीं डाला गया है, और प्रशासन की कई कोशिशों के बावजूद ग्रामीण अपने निर्णय पर अडिग बने हुए हैं। रामलवास गांव की पंचायत ने यह निर्णय अवैध खनन और जल दोहन की गंभीरता को देखते हुए लिया है। सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार ने कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाएगा, तब तक कोई भी ग्रामीण मतदान नहीं करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन और सरकार ने उनकी मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है, जिसके कारण उन्हें यह कठोर कदम उठाना पड़ा है।
प्रशासन की कोशिशें ग्रामीणों को मनाने में पूरी तरह से नाकाम रही हैं। डीएसपी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे, लेकिन उनकी सभी प्रयासों का कोई असर नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाएगा, तब तक वे किसी भी चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनेंगे। यह स्थिति प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई है, क्योंकि ग्रामीणों की एकजुटता और उनकी समस्याओं के प्रति उनकी दृढ़ता ने चुनावी माहौल को प्रभावित किया है।