करीब एक माह बाद नूंह में फिर ‘ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा’ निकाले जाने की ‘आशंका’ को देखते हुए हरियाणा के नूंह इलाके को सील कर दिया गया है। साथ लगते राज्य राजस्थान, उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा के जिले गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद, रेवाड़ी की सीमाएं भी सील कर दी गयी हैं। सभी शैक्षणिक संस्थान एवं बैंक भी सोमवार को बंद रहेंगे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ममता सिंह ने रविवार को कहा कि सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनी के अलावा हरियाणा पुलिस के 1,900 कर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति को नूंह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मल्हार मंदिर की ओर जाने वाली सड़क समेत अनेक मार्गों को बंद किया गया है। हालांकि एक्सप्रेसवे पर यातायात जारी रहेगा।
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ कर दिया है कि ‘यात्रा’ की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, ‘यात्रा में भाग लेने के बजाय लोग जलाभिषेक के लिए अपने-अपने इलाकों के मंदिरों में जा सकते हैं।’ साउथ रेंज के आईजी राजेंद्र कुमार ने भी कहा कि यात्रा की अनुमति नहीं है। उल्लेखनीय है कि सावन के महीने का आखिरी सोमवार 28 अगस्त को है। नूंह में सर्व जातीय हिंदू महापंचायत के यात्रा के ऐलान को देखते हुए इंटरनेट सेवा पहले से ही बंद है। जिला प्रशासन ने धारा 144 (निषेधाज्ञा) लगाई है। गौर हो कि 31 जुलाई को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई हिंसा में 6 लोग मारे गए थे। मेवात में 36 बिरादरी के चौधरी और भाजपा नेता जाकिर हुसैन ने कहा कि 31 जुलाई को हिंसा कुछ गुंडों ने फैलाई थी। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि यहां भाईचारा बना हुआ है। पहले कांवड़ यात्रा भी निकलती रही है और भोले बाबा का विशेष पर्व भी मना है। इलाके के लोगों में कोई मतभेद नहीं है।
कांग्रेस विधायक और विधानसभा में पार्टी के उपनेता आफताब अहमद का कहना है कि भाईचारे को बनाए रखने एवं शांति व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों में हाथ बंटाना चाहिए। प्रशासन की बात माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी जलाभिषेक पर किसी को कोई एतराज नहीं था।