इंफाल, 25 जुलाई (प्रेस की ताकत ब्यूरो)
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री आरके रंजन सिंह के यहां स्थित आवास के बाहर सोमवार को महिलाओं की एक रैली ने उग्र रूप धारण कर लिया और प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास पर पथराव किया। वे मंत्री से मणिपुर की स्थिति पर संसद में बयान देने और इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की मांग कर रहे थे। सिंह के आवास पर 2 महीने में हुआ यह दूसरा हमला है। जिस समय हमला हुआ, तब आवास पर कोई मौजूद नहीं था और मकान को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया। उधर, चुराचांदपुर के तोरबुंग बाजार इलाके में हथियारबंद बदमाशों ने 10 खाली पड़े मकानों और एक स्कूल में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि बदमाशों की भीड़ के आगे सैकड़ों महिलाएं चल रही थीं। बताया जा रहा है कि ये महिलाएं मानव ढाल का काम कर रही थीं। एक स्थानीय ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमने जब देखा कि सैकड़ों महिलाओं की अगुवाई में भीड़ आगे बढ़ रही है, तो हम गोलीबारी का जबाव देने में हिचकिचाए। लेकिन जब हमने उन्हें बीएसएफ का एक वाहन छीनने की कोशिश करते और हमारे मकान जलाते देखा तो हमें लगा कि हमें भी जवाब देना होगा। बाद में भीड़ ने बीएसएफ का एक वाहन ले जाने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों की जवाबी कार्रवाई के कारण उनका प्रयास असफल रहा। इस बीच, मणिपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने राज्य में शांति बहाल करने की मांग करते हुए एक रैली निकाली।