नई दिल्ली, 28 अक्टूबर
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में शनिवार को चंडीगढ़ स्थित फार्मा कंपनी पैराबोलिक ड्रग्स के दो प्रमोटरों और एक कंपनी सीए को गिरफ्तार किया।
उन्होंने कहा कि पैराबोलिक प्रमोटरों विनीत गुप्ता और प्रणव गुप्ता और चार्टर्ड अकाउंटेंट एस के बंसल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया।
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सीबीआई की एफआईआर से उपजा है जिसमें प्रमोटरों और फार्मा कंपनी पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम से 1626.74 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया था।
गुप्ता सोनीपत स्थित अशोक विश्वविद्यालय के सह-संस्थापक हैं, लेकिन 2021 में सीबीआई द्वारा उनके और कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उन्होंने 2022 में शैक्षणिक संस्थान में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
तीनों को चंडीगढ़ में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है जहां ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी।