Thursday, October 9, 2025

दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी की अनूठी मुहिम: युवाओं के हृदय में गुरबाणी के संस्कार

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भारत में एक ऐतिहासिक संस्था है, जो दिल्ली सिख गुरुद्वारा एक्ट, 1971 के अंतर्गत कार्यरत...

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पाकिस्तान महां सिंह की गुजरांवाला स्थित ऐतिहासिक ‘समाधि’ की जल्द मरम्मत कराए : ग्लोबल सिख काउंसिल

चंडीगढ़, 24 सितंबर, 2025 – ग्लोबल सिख काउंसिल (जी.एस.सी.) ने पाकिस्तान में गुजरांवाला के शेरांवाला बाग में स्थित महाराजा रणजीत...

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11वीं यूके राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप कार्डिफ़ में शानदार ढंग से हुई संपन्न – वेल्स में पहली बार आयोजित : सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी

चंडीगढ़, 16 सितंबर 2025 – गत्तका फेडरेशन यूके द्वारा कार्डिफ़, वेल्स में आयोजित यूके की ग्यारवीं राष्ट्रीय गत्तका चैंपियनशिप बड़े...

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केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रनीत कौर के साथ समाना और सनौर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया

पटियाला, 16 सितंबर केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रनीत कौर के साथ समाना और...

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क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, जम्मू में हिंदी पखवाड़ा 2025 का भव्य उद्घाटन समारोह

पटियाला: क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान,जम्मूअधीनस्त केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसन्धान परिषद्, आयुष मंत्रालय, भारत सरकारमें आज दिनांक 16 सितम्बर 2025 कोहिंदी पखवाड़ा...

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मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया स्टेट एनवायरमेंट प्लान-2025 का शुभारंभ

चंडीगढ़, 16 सितंबर -- हरियाणा ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल करते हुए प्रदूषण नियंत्रण और कार्बन उत्सर्जन को...

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सेवा पखवाड़ा के दौरान प्रदेश में 75 स्थानों पर नमो वन किए जाएंगे स्थापित: मंत्री राव नरबीर सिंह

चंडीगढ़, 16 सितंबर-- हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर...

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हथियारों की तस्करी का मुख्य आरोपी छह अन्य आरोपियों सहित गिरफ्तार; 6 हथियार और 5.75 लाख रुपये की हवाला राशि बरामद

चंडीगढ़/अमृतसर, 11 सितंबर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित प्रदेश बनाने के लिए चलाई जा...

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राणा गुरजीत सिंह, राणा इंदर प्रताप सिंह ने बाढ़ को मानव निर्मित आपदा करार देते हुए पानी छोड़ने के पैटर्न पर सवाल खड़े किए

चंडीगढ़ | 10 सितम्बर, 2025 कपूरथला और सुल्तानपुर लोधी के विधायक राणा गुरजीत सिंह और राणा इंदर प्रताप सिंह ने आज पंजाब में आई हालिया बाढ़ को मानव निर्मित आपदा करार देते हुए कहा कि विशेषकर किसानों को प्रशासनिक लापरवाही का सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। मीडिया से बातचीत करते हुए दोनों विधायकों ने मांग की कि सभी किसानों—चाहे वे स्वयं खेती करने वाले हों या ज़मीन मालिक—को उचित और बिना किसी शर्त के मुआवज़ा दिया जाए। विधायकों ने ज़ोर देकर कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा 5 एकड़ की सीमा तय करने के फैसले की सख़्त आलोचना करते हुए पूछा कि ऐसी पाबंदी क्यों लगाई गई? “पंजाब सरकार ने यह सीमा क्यों तय की है? मुआवज़ा तो किसानों को हुए पूरे नुकसान के लिए मिलना चाहिए।” पंजाब के बड़े बांधों—भाखड़ा, पोंग और रंजीत सागर—से पानी छोड़ने के पैटर्न में असमानता उजागर करते हुए राणा इंदर प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले महीने पानी छोड़ा जाना अव्यवस्थित और बिना किसी तार्किक कारण के हुआ। “अगर हम मासिक डिस्चार्ज चार्ट देखें तो साफ़ हो जाता है कि बाढ़ अनियोजित और अवैज्ञानिक ढंग से पानी छोड़े जाने के कारण आई। कई बार पानी का बहाव अचानक बहुत बढ़ गया, फिर कुछ ही घंटों में नाटकीय ढंग से घट गया,” उन्होंने कहा। विधायकों ने कहा कि पंजाब सरकार, जो रंजीत सागर डैम की प्रबंधक है, और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी), जो भारत सरकार के अधीन है, दोनों इस आपदा के लिए ज़िम्मेदार हैं। “पंजाब के लोगों को जवाब चाहिए,” उन्होंने कहा। उन्होंने नुकसानों का ज़िक्र करते हुए बताया कि फ़सलें बर्बाद हो गईं, घर पानी में डूब गए, आने वाले रबी सीज़न के लिए गेहूं का बीज नष्ट हो गया, घरेलू सामान बह गया और दूध देने वाले पशु डूब गए। बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित मुआवज़े पर टिप्पणी करते हुए राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल ने भरोसा दिलाया है कि यह सिर्फ़ शुरुआत है और आगे और राहत फंड मिलेंगे। “हमें राज्यपाल के बयान पर भरोसा करना चाहिए,” उन्होंने कहा। राणा गुरजीत सिंह ने अनुमान लगाया कि कम से कम 5 लाख एकड़ धान की फ़सल नष्ट हुई है और राज्य सरकार से अपील की कि केंद्र सरकार की सहायता के साथ-साथ अपनी ओर से भी योगदान दे। उन्होंने प्रति एकड़ 70 हज़ार रुपये मुआवज़े की मांग की, जो जल्द दिया जाए ताकि किसान अपने घर दोबारा बना सकें, ज़मीन बहाल कर सकें और पशु फिर से खरीद सकें। उन्होंने कहा कि गांवों में आधारित छोटे उद्योगों जैसे आरा मिलें, आटा चक्कियाँ, डेयरियाँ और कोल्हुओं के नुकसान के साथ-साथ लिंक रोड, धर्मशालाएँ और डिस्पेंसरी जैसी बुनियादी संरचनाओं के नुकसान के लिए भी मुआवज़ा दिया जाए। “मुआवज़ा सिर्फ़ फ़सलों तक सीमित नहीं होना चाहिए। हमें एक व्यापक पैकेज चाहिए जो बाढ़ से प्रभावित ग्रामीण जीवन के हर पहलू को कवर करे,” उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा। विधायकों ने मांग की कि बीबीएमबी को भी इस आपदा के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि भले ही यह केंद्र के अधीन रहे, लेकिन इसका कार्यकारी नियंत्रण और प्रबंधन पंजाब के हवाले किया जाना चाहिए और इसके सिंचाई विभाग में पंजाब के इंजीनियर तैनात किए जाएँ। “पंजाब के इंजीनियरों को यहाँ की भौगोलिक स्थिति और किसानों की ज़रूरतों के बारे में बेहतर जानकारी है,” उन्होंने कहा। इसके अलावा, दोनों विधायकों ने सुझाव दिया...

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वित्त मंत्री ने किसानों की वित्तीय सुरक्षा प्रति प्रतिबद्धता दोहराई

चंडीगढ़, 11 सितंबर पंजाब के किसान भाईचारे की वित्तीय भलाई की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाते हुए पंजाब के...

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