गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाने का सभी साधकों के लिए एक ही संदेश होता है कि हरि हर आदिक जगत में पूज्यदेव जो कोय
सदगुरु की पूजा किये सबकी पूजा होय ,कितने भी कर्म करो, कितनी भी उपासनाएँ करो, कितने भी व्रत और अनुष्ठान करो, कितना भी धन इकट्ठा कर लो जब तक तुम्हारा दिल सदगुरुओं के दिल को झेलने के काबिल नहीं बनता, तब तक सब कर्म, उपासनाएँ, पूजाएँ अधुरी रह जाती हैं इस दिन सभी शिष्य अपने अपने गुरुओं का श्रद्धा से पूजन करके दिव्य प्रसाद पाने का संकल्प लेते हैं एंव गुरुओं के बताए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करते है । शिष्य मन-ही-मन अपने दिव्य भावों के अनुसार अपने सद्गुरुदेव का पूजन करके गुरुपूर्णिमा का पावन पर्व मनाते है।
पटियाला समिति के उप प्रधान श्री सोमनाथ जिंदल व अन्य समिति मैंबर पूज्य गुरुदेव की चरण पादुका बडी ही श्रद्धा भाव से सत्संग पंडाल में संगत दर्शन व पूजा के लिए लेकर आए ।
गुरु पूर्णिमा के दिन श्री योग वेदांत सेवा समिति पटियाला द्वारा आश्रम मे आए सभी बच्चों में नोट बुकस कापियां बाँटी गई और साधकों ने गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में 125 ऋषि प्रसाद मैंबर बना कर गुरु पूर्णिमा बडी धूमधाम के साथ मनाई, भारी संख्या में आए सभी साथको को लंगर वितरण करवाने के बाद गुरुदेव की आरती के साथ सत्संग सम्पन किया